अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन ने अपनी मौत के कुछ माह पहले ही रिकार्ड किए गए एक टेप में अरब देशों में बह रही ‘परिवर्तन की लहर’ की सराहना की और पूरी दुनिया के मुस्लिमों से वर्तमान की इस क्रांति को बनाए रखने का आह्वान किया है.
अल कायदा द्वारा लादेन के ‘मरणोपरांत’ जारी किए गए 13 मिनट के इस आडियो टेप में उसने ट्युनीशिया और मिस्र की क्रांतियों का हवाला दिया है और साथ ही इसमें उसकी पुरानी तस्वीरों की झलक भी दिखाई गई है. लादेन की मौत के बाद अल कायदा द्वारा जारी किया गया यह पहला टेप है.
एसआईटीई इंटेल ग्रुप ने कहा कि अल कायदा के मीडिया अस सहब से जारी किए गए इस टेप में लादेन पश्चिमी एशिया और उत्तरी अफ्रीक में हो रही क्रांति को लेकर मुस्लिमों को संबोधित कर रहा है.
ऑडियो में लादेन ने कहा है कि तहरीर चौक (काहिरा में) पर बदलाव की बयार बही और एक महान क्रांति की शुरुआत हुई. उसने कहा कि यह भूख और दर्द की क्रांति नहीं है बल्कि सच्चाई और शांति की क्रांति है. हमारे देशों के भारी अत्याचार बड़े स्तर तक पहुंच गए और हम परिवर्तन की लहर से कोसों दूर हो गए.
लादेन ने कहा कि मुस्लिमों को क्रांति की इस नई लहर को जाने नहीं देना चाहिए. मुस्लिमों को क्रांति की सफलता के लिए संघर्ष करना चाहिए.
लादेन ने टेप में कहा है कि अब सच की आवाज सुनाई दी है. याद रखो जो लड़ाई में गए वह सच्चे समर्थक हैं, जो अपनी आवाज से लड़ रहे हैं वे सच्चे समर्थक हैं और जो अपने दिल से लड़ रहे हैं वे सच्चे समर्थक हैं.
उसने कहा कि ओह मुस्लिमों, इतिहास में तुमने कई क्रांतियां देखी हैं, वो जिनके बारे में लोग बहुत खुश हुए थे लेकिन उससे कुछ हासिल नहीं हुआ और इन क्रांतियों को बनाए रखने में वही समस्या है. लादेन के अनुवादित संदेश के मुताबिक और इस्लाम के बारे में कुछ अहम जानकारियों में से एक है. यह असल समस्या है जिससे हमारा देश जूझ रहा है.