ये खबर तो यकीकन चौंकाने वाली है. जिस ओसामा को अमेरिका बीते दस साल से ढूंढ रही थी, चाहे वो जिंदा मिले या मुर्दा. वो ओसामा अमेरिका को मिला भी और मारा भी गया. लेकिन सवाल है कि ओसामा के घर में क्या किसी ने उसे धोखा दे दिया?
जिस ओसामा के बारे में पड़ोसियों तक को भनक नहीं थी, वहां कैसे पहुंच गये अमेरिकी जांबाज? ऑपरेशन ओसामा को लेकर उठे इन सवालों में गहरे इशारे छुपे हुए हैं. उन्हीं इशारों की बुनियाद पर एक नई खबर तैयार हुई है कि बूढ़े लादेन की नौजवान बीवी ने ही ओसामा को मरवा दिया. अमल ने ही अमेरिका को एबटाबाद का सुराग़ दिया था.
यमन मूल की 28 साल की अमल, ओसामा की सबसे छोटी बीवी है. कैसे ओसामा से हुई अमल की मुलाकात? लंदन के एक अखबार द संडे टाइम्स में ये खबर छपी कि ओसामा की मौत के पीछे कहीं उसकी बीवी अमल की मुखबिरी तो नहीं थी. विदेशी मीडिया में चल रही इन ख़बरों से ख़ुद पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक भी इत्तेफ़ाक रखते हैं. मलिक तो यक़ीनी तौर पर कहते हैं कि नेवी सील्स को यहां तक मालूम था कि ओसामा अपनी किलेनुमा हवेली के किस कमरे में मौजूद था.
पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक का कहना है कि कई सालों तक खुफिया अधिकारी के तौर पर जो मेरा तजुर्बा है, उसके मुताबिक मुझे लगता है कि भीतर के ही किसी शख्स ने अमेरिका को सारा भेद बताया था. अगर उनके पास सटीक जानकारी नहीं होती तो अमेरिकी कमांडो सीधे ओसामा के कमरे तक नहीं पहुंच पाए होते.
ओसामा की सऊदी मूल क़ी दो बीवियां पहले से कह रही हैं कि अमल ने ही ओसामा के साथ दग़ा किया...या तो उसने अमेरिका को सारी जानकारी मुहैया कराई, या फ़िर उसने ये मौक़ा दिया कि अमेरिका उसका पीछा करते हुए ओसामा के ठिकाने तक पहुंच जाए.
हालांकि पहले इस बारे में अलग-अलग थ्योरी सामने आ चुकी है. विकिलीक्स के मुताबिक कुरियर का काम करने वाले दो भाइयों के ज़रिए ऐबटाबाद का सुराग़ मिला था. बाद में ये भी कहा गया कि अमेरिका ने हाईटेक ड्रोन के सहारे एबटाबाद में ओसामा की हवेली के चप्पे-चप्पे का पता लगा लिया था...लेकिन अब बीवी के विश्वासघात वाली थ्योरी जोर पकड़ चुकी है.
अगर ओसामा की सबसे छोटी बीवी अमल पर ये शक जताया जा रहा है कि कहीं उसने ही तो ओसामा का काम तमाम करने में अमेरिका का साथ तो नहीं दिया था. अमल ने ऐसा क्यों किया होगा? ओसामा पांच साल से एबटाबाद के अपने बंगले में रह रहा था. वो इतने गुपचुप तरीके से रहता था कि पड़ोसियों को भी इसकी भनक तक नहीं थी. अब अगर ओसामा की ही दो बीवियां अमल पर शक कर रही हैं और पाकिस्तानी हुकूमत को इसमें सच्चाई की छाप दिखती है तो इसके पीछे कुछ कारण हैं.
सीधे ओसामा के कमरे में ही कैसे पहुंचे सील कमांडो?
ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए जब अमेरिकी कमांडो एबटाबाद के बंगले में पहुंचे तो वो सीधे तीसरी मंजिल के उस कमरे में ही जा धमके, जिसमें ओसामा रहता था. अमेरिका को इतनी बारीक जानकारी किसने मुहैया करायी. खास बात ये है कि उस कमरे में ओसामा की छोटी बीवी अमल के सिवा बहुत कम लोगों को ही आने-जाने की इजाजत थी. खुद पाकिस्तान के गृह मंत्री भी ये सवाल उठा रहे हैं कि आखिर ओसामा के कमरे तक कैसे पहुंच गये सील कमांडो.
सील कमांडो ने क्यों उसके पैर में ही गोली मारी?
खबर ये भी आई कि जब ओसामा को सील कमांडो ने घर लिया तो उसके बचाव के लिए उसकी बीवी अमल ही सामने आई...सील कमांडो ने उसके पैर में गोली मारी. आखिर अमल को छोड़ने के पीछे कारण क्या था...आखिर उस पूरे ऑपरेशन में दूसरी महिलाएं भी मारी गयी थीं.
ओसामा तक पहुंचने वाला कुरियर क्या अमल से मिलता था?
ओसामा मरा तो सबसे पहले यही खबर आई थी कि एबटाबाद के घर में जाने वाला कुरियर ही अमेरिका का मुखबिर था...वो कुरियर ओसामा से भी मिलता था और उस वक्त अमल भी उसके साथ ही रहती थी...
पाकिस्तानी न्यूज चैनल जीओ टीवी के मुताबिक, ओसामा के साथ उसकी जो तीन बीवियां रह रही थीं, उनका नाम है खैरियाह साबिरा, सिहाम साबिरा और अमल अल सादाह.
ओसामा के एबटाबाद वाले बंगले में ही सऊदी अरब की रहने वाली उसको दो बीवियां- खैरियाह साबिरा और सिहाम साबिरा भी रहती थीं. अमल के चक्कर में ओसामा अपनी उन दोनो बीवियों को ज्यादा तरजीह भी नहीं देता था. ऐसे में सवाल उठता है कि कहीं अपनी पुरानी खुन्नस और सौतिया डाह में तो उन बीवियों ने अमल का नाम नहीं लिया.
पूरी दुनिया में दहशत मचाने वाले आतंक के आका की जब मौत आई तो भागने का कोई रास्ता नहीं मिला. ना मिला हथियार उठाने का वक्त.. ना ही कोई लड़ाका था, जो एक आदेश पर गोलियों की बौछार कर दें. लेकिन खबर आई कि डर से कांप रहे ओसामा बिन लादेन को बचाने की अगर किसी ने कोशिश की. तो वो थीं उसकी बीवियां.
लेकिन अब ओसामा की सबसे छोटी बीवी पर शक जताया जा रहा है कि कहीं उसने गद्दारी करके अपने पति को मरवा तो नहीं दिया. आखिर अमल-अल-सादाह ऐसा क्यों करती, ये बताने से पहले आप ये जान लीजिए कि ओसामा की जिंदगी में अमल आई कैसे.
जिस समय लादेन अमेरिका पर सबसे बड़ा हमला करने की साजिश रच रहा था, उसी समय उसकी मुलाकात यमन की रहने वाली अमल-अल-सादाह से हुई. 17 साल की अमल अल सादाह की खूबसूरती लादेन को इस कदर भायी कि उसने अमल से जबर्दस्ती शादी रचा ली...ये बात साल 2000 की है. फिर तो ओसामा के रंग में अमल भी रंगन लगी. पेशे से डॉक्टर अमल-अल सादाह पर ओसामा का ऐसा जादू चढ़ा कि लोगों की जान बचाने की जगह वो मासूमों का खून बहाने में ओसामा का साथ देने लगी. 11 साल में अमल ने ओसामा को तीन बच्चों की सौगात दी- दो लड़के और एक लड़की.
कहते हैं कि ओसामा सबसे ज्यादा अमल पर ही भरोसा करता था. क्योंकि अमल जितनी खूबसूरत है, उसका दिमाग उससे कहीं ज्यादा तेज चलता है. और शायद अपने उसी शातिर दिमाग का इस्तेमाल करके अमल ने ओसामा को निपटा दिया. लेकिन अमल ने ऐसा किया क्यों होगा.
जानकारों के मुताबिक ओसामा ने पांच शादियां की थी और आखिरी समय में भी वो तीन बीवियों के साथ रहता था. ऐसे में हो सकता है कि बीवियों की लड़ाई की कीमत ओसामा को चुकानी पड़ी. दूसरा कारण ये हो सकता है कि ओसामा ने अमल को जबर्दस्ती अपनी बीवी बनाया था. ओसामा भले ही अमल को बहुत मानता था लेकिन वारिश के तौर पर वो हमजा को पसंद करता था, जो अमल का नहीं, बल्कि खैरियाह साबिरा का बेटा है.
(खुफिया जानकारों का मानना है कि उम्र का फासला और ओसामा की जोर-जबर्दस्ती से अमल खफा रहती होगी. लेकिन ओसामा के डर से वो कुछ बोल नहीं पाती होगी. जब उसे लगा होगा कि ओसामा अब कमजोर हो रहा है तो हो सकता है कि अमेरिका की जासूस बनकर उसने अपने जालिम पति का काम तमाम करा दिया होगा.)
ओसामा बिन लादेन को एबटाबाद के घर में मारने के बाद उसके लाश को तो सील कमांडो अपने साथ ले गये लेकिन ओसामा के तीन बीवी और कुछ बच्चों समेत 15 या 16 लोगों को पाकिस्तान ने अपने कब्जे में ले लिया.ओसामा के आखिरी समय में उसके साथ उसकी तीन बीवियां थीं.
दुनिया के सबसे बड़े आतंकवादी ओसामा बिन लादेन ने कुल पांच शादियां की थी. ओसामा ने पहली शादी नजवा ग़नीम से, दूसरी शादी ख़दजियाह शरीफ से, तीसरी शादी खैरियाह साबिरा से, चौथी शादी सिहाम साबिरा से और पांचवी शादी अमल-अल-सादाह से की.
26 साल की उम्र तक ओसामा दो शादियां कर चुका था. पहली बीवी ओसामा के खौफ के चलते खामोश रहती थी तो दूसरी बीवी अपने इरादे जाहिर करने में कभी पीछे नहीं हटती थी. बाद में तो उसने तलाक भी ले लिया. 28 साल की उम्र में ओसामा की तीसरी शादी करवाई उसकी पहली बीवी नजवा ने. जिसका नाम था खैरियाह साबिरा.
ओसामा की तीनों बीवियो में खैरियाह सबसे ज्यादा पढ़ी लिखी थी. इस्लामिक मामलों की जानकार होने के कारण खैरियाह ने ओसामा को इस्लाम के बारे में और ज्यादा गहराई से समझाया. लेकिन मजहब के सफेद पहलू तो उन्हें दिखे नहीं, अलबत्ता एक जैसी कट्टर और उन्मादी सोच ने दोनो को बेहद करीब ला दिया. उस खैरियाह से ही ओसामा को उसका सबसे प्रिय बेटा हमजा पैदा हुआ. वो हमजा, जिसे उसके बाप से भी ज्यादा बेरहम और कट्टर माना जाता है.
उधर 9-11 के हमले के बाद भी खैरियाह ओसामा के साथ ही रही...खैरियाह के बारे में ये खबर भी आती रही कि तोरा-बोरा की पहाड़ियों से लेकर ऐबटाबाद की हवेली तक खैरियाह साये की तरह ओसामा के साथ- साथ रहती थी.
तीसरी बीवी बेहद वफादार और ओसामा को मनमाफिक मिली तो उसने दो साल बाद ही यानी 30 साल की उम्र में चौथी शादी कर ली. ओसामा की चौथी शादी हुई सिहाम साबिरा से...ये वो वक्त था जब ओसामा ने तय कर लिया था कि उसे जेहाद के रास्ते पर चलना है...सिहाम से लादेन को 4 बच्चे पैदा हुए. 9/11 के बाद खैरियाह यानी ओसामा की तीसरी बीवी के साथ चौथी बीवी सिहाम भी ओसामा के साथ अफगानिस्तान चली गई.
इन्हीं खैरियाह और सिहाम के साथ अमल भी ओसामा के एबटाबाद वाले बंगले में रहती थी. शायद तीनों में बनती नहीं थी और क्या पता इनकी नफरत से निकली मुखबिरी ने ओसामा को मौत का शिकार बना दिया.
ओसामा के बारे में खबर आ रही है कि जिस बीवी को.. वो सबसे ज्यादा चाहता था, उसी बीवी की बेवफाई ने.. उसका काम तमाम कर दिया. लेकिन सवाल उठता है कि क्या ओसामा.. दिल से अपनी बीवियों को प्यार करता था. या फिर वो.. उसके लिए बस खेलने का खिलौना भर थीं. एक अखबार में छपी उसकी वसीयत बताती है कि अपनी बीवियों को.. क्या समझता था ओसामा.
ओसामा बिन लादेन ने खुद तो पांच शादियां की लेकिन अपनी बीवियों से चाहता था कि वो कभी किसी और मर्द से शादी ना करें. ओसामा के मरने के कुछ दिनों बाद ही कुवैत के एक अखबार में खबर छपी कि ओसामा अपनी वसीयत अपनी मौत से दस साल पहले ही लिख चुका था. उस वसीयत में उसने अपनी बीवियों को हुक्म दिया था कि उसके मरने के बाद वो कभी दोबारा शादी ना करें.
कहा जाता है कि अपनी आखिरी और खुद से 25 साल छोटी बीवी अमल को वो दिलोजान से चाहता था लेकिन अमल से भी उसने जबरन ही शादी की थी. ओसामा की पहली बीवी को जब ओसामा का रंग-ढंग पसंद नहीं आया तो वो साथ छोड़कर चली गयी. दूसरी बीवी ने तो तलाक ही ले ली जबकि आखिरी तीन बीवियां उसके साथ रहती थीं.
दरअसल ओसामा ने कभी भी अपनी बीवियों को अपनी जूती से ज्यादा तरजीह नहीं दी वो कभी अपनी किसी बीवी का वफादार नहीं रहा लेकिन चाहता था कि उसकी बीवियों की वफादारी में फर्क ना आए.