व्हाइट हाउस ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए अमेरिका द्वारा चलाया गया अभियान पूरी तरह युद्ध के कानूनों के अनुरूप संचालित किया गया था.
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया, टीम (विशेष अभियान) को लादेन को मारने का अधिकार था, बशर्ते उसने समर्पण की पेशकश की होती. ऐसी स्थिति में टीम को उसके समर्पण की पेशकश को स्वीकार करना पड़ता, यदि टीम सुरक्षित तरीके से ऐसा करने में सक्षम होती.’
कार्नी ने एक सवाल के जवाब में बताया, अभियान इस तरीके से चलाया गया कि वह पूरी तरह युद्ध के कानूनों के अनुरूप था. अभियान की योजना इसलिए बनायी गयी ताकि टीम पूरी तरह तैयार रहे और उसके पास लादेन को हिरासत में लेने का समय हो.’
उन्होंने कहा, ऐसा कोई सवाल ही नहीं है कि यह अभियान गैर कानूनी था. बिन लादेन अल कायदा का प्रमुख था, उसके संगठन ने 11 सितंबर 2001 को हमले किए. और अल कायदा तथा लादेन खुद अमेरिका के खिलाफ हमलों की लगातार योजना बना रहे थे. हमने राष्ट्र की आत्मरक्षा में यह कार्रवाई की.
कार्नी ने कहा, अभियान इस तरीके से संचालित किया गया ताकि जहां तक संभव हो सके नागरिकों को नुकसान न न हो. और ऐसा अमेरिकियों के प्रति भारी खतरा उठाते हुए किया गया. इससे भी आगे की बात यह है कि युद्ध के कानूनों के अनुसार, बिन लादेन के समर्पण को स्वीकार किया जाता, बशर्ते ऐसा करना व्यावहारिक होता. उन्होंने कहा कि यदि ओसामा समर्पण करता तो अमेरिका को उसे सुरक्षित हिरासत में लेना होता और न्याय के कठघरे में उसे खड़ा करना होता.
गुप्त अभियान को ‘अनाधिकृत एकपक्षीय कार्रवाइ’ करार देने के पाकिस्तान के बयान को अस्वीकार करते हुए कार्नी ने कहा कि अमेरिका इस नीति को जारी रखेगा क्योंकि यह बेहद सफल रही है.
कार्नी ने कहा, यह तरीका काफी प्रभावी था और पूरी तरह कानून सम्मत था.’