वह ऑपरेशन, जिसमें दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन की मौत हुई, से संबंधित कई सवालों के जवाब अभी तक नहीं मिले हैं. एक बात तो तय है कि इस ऑपरेशन को अमेरिका के द्वारा अंजाम दिया गया और पाकिस्तान को इसकी भनक भी नहीं लगी. इस बात की भरपूर संभावना है कि अधिकारियों को इस बारे में तब बताया गया होगा जब यह ऑपरेशन चल रहा था.
सवाल यह है कि अमेरिका ने ओसामा को मारने के लिए ड्रोन हमले का इस्तेमाल क्यों नहीं किया. उसने हमले का इतना खतरनाक रास्ता क्यों अपनाया, जिसमें उसके अधिकारी पाकिस्तान में फंस सकते थे.
साफ है, जब ओसामा बिन लादेन बात हो तो अमेरिका कोई गलती नहीं कर सकता. सबसे पक्का रास्ता यही था कि ग्राउंड ऑपरेशन के जरिए ओसामा को जिंदा या मुर्दा पकड़ा जा सके. साथ ही अमेरिका यह भी पक्का करना चाहता था कि जिसे मारा जा रहा है वह ओसामा ही है. क्योंकि उन्होंने इसकी पुष्टि करने में कोई देरी नहीं की.