वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को सरकारी बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक के बाद कहा कि चौतरफा निवेश बढ़ाने की जरूरत है. वित्त मंत्री बनने के बाद चिदंबरम बैंकों के साथ पहली बार बैठक की.
इस बैठक में उन्होंने बैंकों के कारोबार की समीक्षा की क्योंकि बैंकों के वसूल न हो रहे पैसे को ले कर चिंता बढ़ रही थी. चिदंबरम ने कहा, 'हमें चौतरफा निवेश बढ़ाने की जरूरत है. बैंकों ने निवेश में बाधा बनने वाले मुद्दों की पहचान की है. उपभोक्ताओं को टिकाऊ उपभोक्ता सामान खरीदने को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि विनिर्माण क्षेत्र का इंजन चलता रहे.'
इसके अलावा चिदंबरम ने कहा, 'एटीएम को नकदी स्वीकार करने वाली मशीन में तब्दील करने को कहा गया है. दो साल में बैंक एटीएम की संख्या मौजूदा 63,000 से दोगुनी की जाएगी. सूखा प्रभावित राज्यों के लिए अल्पावधि के ऋणों को दीर्घकालीन ऋणों में पुनर्गठित किया जा रहा है.'
साथ ही चिदंबरम ने जानकारी दी कि एसबीआई द्वारा ईएमआई घटाए जाने से कार की बिक्री तेजी से बढ़ रही है. स्टूडेंट लोन के बारे में उन्होंने कहा, 'बैंक ऋण एक स्टूडेंट का अधिकार है, अधिकारी आवेदन स्वीकार करने से मना नहीं कर सकते.'