प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को कहा कि कम्बोडिया की राजधानी पनोम पेन्ह में होने वाला आसियान-भारत शिखर सम्मेलन इस संगठन के 10 सदस्यों के साथ सम्बंधों को नए स्तर पर ले जाएगा.
10वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 7वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कम्बोडिया रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि आसियान के देशों तथा भारत सहित इसके आर्थिक भागीदारों के बीच क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी के लिए बातचीत शुरू करना क्षेत्र में आर्थिक समुदाय बनाने की दिशा में 'एक बड़ा कदम' होगा.
उन्होंने कहा कि पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन, एशिया प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सबसे महत्वपूर्ण मंच है.
उन्होंने कहा कि इस साल हम आसियान तथा भारत सहित उसके अन्य एफटीए (मुक्त व्यापार समझौता) भागीदारों के बीच क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी के लिए वार्ता शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं. यह क्षेत्र में आर्थिक समुदाय बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. यह मंच क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए महत्वपूर्ण अवसर मुहैया कराता है.
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान मनमोहन सिंह की चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ से द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की भी उम्मीद है. उन्होंने कहा कि आसियान के साथ भारत की पिछले एक दशक से भागीदारी 'मजबूत, व्यापक और बहुआयामी' हुई है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पनोम पेन्ह में होने वाले सम्मेलन से हमें अगले महीने दिल्ली में होने वाले सम्मेलन के लिए पूर्वावलोकन और महत्वाकांक्षी एजेंडा तैयार करने का अवसर मिलेगा. साथ ही यह भारत-आसियान सम्बंधों को नए स्तर पर ले जाएगा.
गौरतलब है कि भारत 20-21 दिसम्बर को नई दिल्ली में होने वाले संस्मारक सम्मेलन की मेजबानी करेगा. सम्मेलन का विषय 'शांति और समृद्धि के लिए आसियान-भारत भागीदारी' है.