गणतंत्र दिवस पर भाजपा के श्रीनगर के लालचौक पर तिरंगा फहराने के योजना के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि राजनीतिक दलों को राजनीतिक फायदा उठाने या विघटनकारी एजेंडे को प्रोत्साहित करने से बचना चाहिए.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर जैसे संवेदनशील राज्य में शांति में व्यवधान नहीं पैदा किया जाना चाहिए.
गणतंत्र दिवस को पवित्र अवसर बताते हुए उन्होंने कहा, ‘यह राजनीतिक फायदा उठाने, सरकार या स्थानीय प्रशासन को शर्मिंदा करने, बिना वजह समस्या नहीं खड़ा करने या विघटनकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने का मौका नहीं है.’
सिंह ने अपने बयान, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि सभी नागरिक और राजनीतिक दल इस आह्वान को मानेंगे और ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे जिससे शांति और सौहार्द में व्यवधान उत्पन्न हो या गणतंत्र दिवस की गरिमा को कोई चोट पहुंचे.’ उन्होंने कहा कि, ‘इससे भी जरूरी है कि जम्मू कश्मीर जैसे संवेदनशील राज्य पर अधिकतम संयम बरता जाए.
प्रधानमंत्री ने यूं तो किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका आशय भाजपा की एकता यात्रा से था, जिसके तहत गणतंत्र दिवस के दिन श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने का कार्यक्रम है.{mospagebreak}
जम्मू कश्मीर सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह भाजपा को लालचौक पर राष्ट्र ध्वज फहराने की इजाजत नहीं देगा लेकिन भाजपा अपनी योजना पर कायम है. सिंह ने कहा कि वर्षों से राज्य गणतंत्र दिवस पर समय की कसौटी पर परखे और सार्वजनिक रूप से स्वीकार प्रक्रिय के तहत समारोह का आयोजन करती रही है जो साझा राष्ट्रीय ढांचे के अनुरूप है.
प्रधनमंत्री ने कहा, ‘इस महत्वपूर्ण और पवित्र अवसर की मांग है कि इसे आगे जारी रखा जाए. यह राज्यों को सुनिश्चित करना है कि लोक परंपराओं का किस प्रकार सम्मान किया जाता है. भारत सरकार उन्हें इस कार्य में मदद करेगी.’ उन्होंने याद दिलाया कि गणतंत्र दिवस ऐसा अवसर है जिस दिन देश के नागरिक गणतंत्र की स्थापना को गर्व के साथ मनाते हैं.