प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को द्रमुक के एक कार्यक्रम में पूर्व संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ए. राजा को थपथपाया, जिसके बाद भाजपा ने कहा कि इससे ऐसे वक्त में गलत संदेश जाता है जब उच्चतम न्यायालय 2जी स्पेक्ट्रम मामले में सुनवाई कर रहा है.
प्रधानमंत्री संसद में द्रमुक कार्यालय में पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरासोली मारन की सातवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने गये थे. वहां पार्टी के अन्य नेताओं के साथ खड़े राजा ने प्रधानमंत्री का अभिवादन किया. वहां से जाने से पहले मनमोहन ने राजा का कंधा थपथपाया. इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वरिष्ठ नेता प्रणव मुखर्जी भी मौजूद थे. द्रमुक के पार्टी नेता टीआर बालू और लोकसभा एवं राज्यसभा में पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ कई कांग्रेस सांसदों ने भी मारन को श्रद्धांजलि दी. मारन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वाणिज्य मंत्री थे.
इस पूरे मामले में तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कहा कि इससे ऐसे वक्त में गलत संदेश जाता है जब शीर्ष न्यायालय 2जी स्पेक्ट्रम मामले में सुनवाई कर रहा है. पार्टी सूत्रों ने कहा, ‘ऐसे वक्त में प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक कार्यक्रम में राजा का कंधा थपथपाने से जनता में गलत संदेश जाएगा.’ लेकिन कांग्रेस ने भाजपा की इस टिप्पणी को खारिज कर दिया.
पार्टी प्रवक्ता शकील अहमद ने कहा, ‘निजी रिश्ते और भावनाएं स्विच आन, स्विच आफ मोड पर काम नहीं करतीं. राजा ने छह साल तक प्रधानमंत्री के साथ काम किया है. वह सहयोगी दल द्रमुक के एक वरिष्ठ सांसद हैं. मुझे नहीं लगता कि प्रधानमंत्री ने कुछ गलत किया है.’ उन्होंने कहा, ‘जाहिर है कि कैग ने एक मुद्दा उठाया है और संसद में रिपोर्ट दी है. लेकिन यह एक अलग मामला है.’