प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि बाबासाहेब अंबेडकर संविधान के जनक हैं और उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि उनका उपयुक्त स्मारक बने. प्रधानमंत्री ने यह बात मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के नेतृत्व में उनसे मिलने आए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से कही.
प्रतिनिधिमंडल ने उनसे शनिवार सुबह राजभवन में मुलाकात की और आग्रह किया कि अंबेडकर स्मारक के लिए इन्दु मिल की जमीन सौंपने की प्रक्रिया तेज की जाए. महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रवक्ता सचिन सावंत ने बताया कि चव्हाण ने मनमोहन को भूमि स्थानांतरण के वर्तमान स्तर और मुद्दे पर लोगों की भावनाओं से अवगत कराया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रक्रिया में विभिन्न मंत्रालयों की ओर से बाधाएं हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप तथा संबंधित सभी मंत्रालयों को प्रक्रिया तेज करने का निर्देश दिए जाने का आग्रह किया. चव्हाण ने कहा कि क्योंकि सरकार स्मारक बनाने जा रही है, इसका प्रयोग व्यावसायिक उद्देश्य के लिए नहीं होगा.
प्रधानमंत्री ने स्मारक के कार्य की धीमी गति पर आश्चर्य भी व्यक्त किया. सावंत ने मनमोहन के हवाले से कहा, ‘आपको मैं आश्वासन देता हूं और मैं इसके साथ हूं. मैं आप सबकी भावनाओं के साथ हूं. जब मैं वापस जाऊंगा तो मैं वस्त्र मंत्रालय, पर्यावरण मंत्रालय में अपने सहयोगियों से इसे तेज करने को कहूंगा.’
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस सदस्यों में मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रमुख माणिक राव ठाकरे, राज्य मंत्री नसीम खान, वष्रा गायकवाड़ और स्थानीय कांग्रेस सांसद एकनाथ गायकवाड़ शामिल थे.
राकांपा सदस्यों में उपमुख्यमंत्री अजित पवार और मंत्री जयंत पाटिल, छगन भुजबल, सचिन अहीर और लक्ष्मण ढोबले शामिल थे. अन्य सदस्यों में आनंदराज अंबेडकर, रामदास अठावले, जोगेंद्र कावाडे, राजेंद्र गवई और गंगाधर गाडे शामिल थे.