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पाकिस्‍तान भी है आतंकवाद का शिकार: मनमोहन सिंह

पाकिस्तान में अब भी जारी आतंकवाद को लेकर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वहां के नेतृत्व से ‘‘अब जाग जाने’’ का आह्वान किया और कहा है कि इस्लामाबाद अपनी भूमि से भारत के खिलाफ सक्रिय जेहादी समूहों पर रोक लगाए.

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मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह

पाकिस्तान में अब भी जारी आतंकवाद को लेकर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वहां के नेतृत्व से ‘‘अब जाग जाने’’ का आह्वान किया और कहा है कि इस्लामाबाद अपनी भूमि से भारत के खिलाफ सक्रिय जेहादी समूहों पर रोक लगाए.

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कराची हमले के संदर्भ में पाकिस्तान को भेजे गए एक संदेश में मनमोहन सिंह ने कहा है कि उसके नेतृत्व को यह समझना चाहिए कि आतंकवाद ने पड़ोसी देश को भी उतना ही आहत किया है, जितना भारत को किया है और उन्हें आतंकी गुटों के खिलाफ ज्यादा प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए.

प्रधानमंत्री ने इथियोपिया और तंजानिया की छह दिवसीय यात्रा से वापसी के दौरान बीती रात संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान की विदेश नीति के एक अहम हिस्से के तौर पर आतंकवाद सभ्‍य दुनिया के लोगों के लिए अस्वीकार्य है.

मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत इसके बारे में पाकिस्तान को विश्वास दिलाने के लिए हरसंभव मौके का उपयोग करेगा.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ पाकिस्तान के पड़ोसी होने के नाते हम वहां अब तक कायम आतंकवाद को लेकर बहुत चिंतित हैं. हम चाहेंगे कि पाकिस्तान उन जेहादी समूहों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए और प्रभावी कार्रवाई करे जो खास तौर पर भारत जैसे देश को निशाना बनाते हैं.’’

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उन्होंने कराची स्थित पाकिस्तानी नौसेना के एयरबेस पर हाल ही में हुए आतंकी हमले के संदर्भ में कहा ‘‘पाकिस्तान में जो हो रहा है, मैंने देखा है और मैं मानता हूं कि पाकिस्तान के नेतृत्व को अब जाग जाना चाहिए तथा यह समझना चाहिए कि वहां आतंकवाद है या कुछ आतंकी तत्वों को संरक्षण मिल रहा है और ये तत्व किसी के फायदे के लिए काम नहीं कर रहे हैं.’’

मुंबई हमलों की पाकिस्तान में चल रही जांच के बारे में सिंह ने कहा ‘‘हमें पाकिस्तान को यह भरोसा दिलाना होगा कि हमारे क्षेत्र में आतंक की समस्या के निपटारे में उन्हें हमारी मदद करना चाहिए और ऐसा करना उनके ही हित में है.’’

मनमोहन सिंह ने कहा ‘‘अपने आतंक के लिए गंतव्य के तौर पर भारत को निशाना बनाने वाले जेहादी समूहों पर कारगर तरीके से अंकुश लगाना चाहिए और उनसे निपटना चाहिए. यह एक जारी प्रक्रिया है और हमें जब भी अवसर मिले, पाकिस्तान पर इसके लिए लगातार दबाव बनाते रहना चाहिए.’’

प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान आतंकवाद के ‘दैत्य’ को पहचानेगा जिसने उन्हें भी उतना ही आहत किया है जितना उससे हमारा देश आहत है. मुंबई हमलों में आईएसआई की संलिप्तता के बारे में डेविड हेडली द्वारा किए गए खुलासे के संदर्भ में पूछने पर सिंह ने कहा ‘‘इससे कोई नयी बात तो सामने नहीं आई है.’’ नयी दिल्ली लंबे समय से कहती रही है कि मुंबई हमलों में आईएसआई की प्रत्यक्ष भूमिका है लेकिन पाकिस्तान इस आरोप को नकारता रहा है.

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अमेरिकी अदालत में हेडली की जारी गवाही पर अपनी पहली टिप्पणी में प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘डेविड हेडली की गवाही में ऐसा कुछ नया सामने नहीं आया है जो हम न जानते हों. सुनवाई जारी है.’’

उन्होंने कहा ‘‘सुनवाई पूरी होने के बाद हम इसका अध्ययन करेंगे. इसमें ऐसा कुछ नया नहीं है जो हम न जानते हों.’’ सिंह ने कहा कि आतंकवाद को लेकर वैश्विक चिंता है और दुनिया ने देखा है कि आतंक का केंद्र भारत के पड़ोस में है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के देशों ने भारत के विचार की सराहना की है और ‘‘हमारा प्रयास ऐसा वैश्विक जनमत तैयार करने का होना चाहिए जो यह सुनिश्चित करे कि हमारे पड़ोसी पाकिस्तान में जड़ जमाए बैठे आतंकवाद पर प्रभावी नियंत्रण हो.’’

कराची के मेहरान सैन्य अड्डे पर हुए हालिया आतंकी हमले के बारे में पूछने पर सिंह ने कहा ‘‘मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि एक मजबूत, स्थिर और शांतिपूर्ण पाकिस्तान हमारे देश के हित में है, इसीलिए वहां के घटनाक्रम हमें चिंतित कर जाते हैं.’’ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को यह भरोसा दिलाए जाने की जरूरत है कि उसे क्षेत्र में आतंकवाद से निपटने में भारत की मदद करना चाहिए और ऐसा करना उसके हित में है.

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एक सवाल के जवाब में सिंह ने स्पष्ट किया कि निकट भविष्य में पाकिस्तान की यात्रा की संभावना नहीं है जिसपर उन्होंने सैद्धांतिक रूप से सहमति जतायी थी. उन्होंने कहा ‘‘मैंने अपने आपको अभी तैयार नहीं किया है. मैं हमेशा से मानता आया हूं कि भारत और उसके पड़ोसी देशों के बीच अच्छे संबंध होने चाहिए और दक्षिण एशिया में विकास की हमारी महत्वाकांक्षा को हकीकत का रूप देने के लिए यह जरूरी है.’’

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