प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि को लिखे पत्र में कहा है कि उन्होंने तमिल अल्पसंख्यकों को सम्मान से जीने का अधिकार दिलाने के लिये श्रीलंका सरकार से अधिकारों के हस्तांतरण समेत ‘व्यावहारिक प्रबंध’ करने की गुजारिश की है.
मनमोहन ने पत्र में कहा कि श्रीलंकाई राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने भारत के हाल के दौरे के वक्त राहत शिविरों में रह रहे 47 हजार तमिलों को इस वर्ष के अंत तक फिर से बसाने का काम पूरा करने का वादा किया था.
प्रधानमंत्री ने 10 जून को लिखे पत्र में कहा ‘मैंने श्रीलंकाई राष्ट्रपति से आग्रह में उनके देश में रह रहे विभिन्न समुदायों के आपसी मसलों को सुलझाने और तमिल अल्पसंख्यकों को सम्मान से जीने का अधिकार दिलाने के लिये अधिकारों का हस्तांतरण समेत ‘व्यावहारिक प्रबंध’ करने की जरूरत पर जोर दिया था.’
मनमोहन ने यह पत्र इस महीने के शुरू में करुणानिधि द्वारा पत्र लिखकर श्रीलंका में लिट्टे के खात्मे के बाद भी अनेक तमिल नागरिकों के राहत शिविरों में रहने का मुद्दा उठाए जाने के जवाब में लिखा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने राजपक्षे के सामने वे मुद्दे उठाए थे. साथ ही उन्होंने उत्तरी तथा पूर्वी प्रांतों में विस्थापित लोगों के लिये 50 हजार मकान बनाने में मदद करने की बात भी कही थी.