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पीएनबी ने भी बढाई ब्याज दरें, सभी तरह के कर्ज होंगे महंगे

देश के दूसरे सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने अपनी आधार दर और बैंचमार्क प्रधान ब्याज दर (बीपीएलआर) दोनों में ही आधा-आधा प्रतिशत वृद्धि की घोषणा की है.

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देश के दूसरे सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने अपनी आधार दर और बैंचमार्क प्रधान ब्याज दर (बीपीएलआर) दोनों में ही आधा-आधा प्रतिशत वृद्धि की घोषणा की है.

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गुरुवार से बैंक की ये दरें अब क्रमश: 10 प्रतिशत और 13.5 प्रतिशत होंगी. बैंक के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के.आर. कामत ने बैंक के वाषिर्क परिणाम जारी करते हुये यह जानकारी दी. बैंक निदेशक मंडल की बैठक के बाद कामत ने कहा कि बैंक ने अपने शेयरधारकों को वित्त वर्ष 2010-11 के लिये 220 प्रतिशत लाभांश देने का प्रस्ताव किया है.

इससे पिछले वर्ष भी बैंक ने इतना ही लाभांश दिया था. रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति में रेपो और रिवर्स रेपो दरों के साथ साथ सामान्य बचत खाते पर भी ब्याज दरों में आधा प्रतिशत वृद्धि के साथ ही विभिन्न बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में वृद्धि करनी शुरू कर दी है, इससे बैंकों के सभी तरह के कर्ज महंगे हो जायेंगे.

रिजर्व बैंक की मंगलवार को घोषित मौद्रिक एवं ऋण नीति में रेपो और रिवर्स रेपो दरों के साथ साथ बचत खाते पर भी ब्याज बढ़ाये जाने के सवाल पर कामत ने कहा, ‘इस स्थिति से बैंकों के ब्याज मार्जिन पर दबाव बढ़ना स्वाभाविक है. बैंक के चालू खाता और बचत खाता औसत (कासा) पर इसके असर के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी.’

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यह पूछे जाने पर कि बचत खाते पर ब्याज दर 3.5 प्रतिशत से बढ़कर चार प्रतिशत कर दिये जाने से बैंक के वित्तीय कारोबार पर कितना असर होगा, कामत ने कहा, ‘इस स्थिति का सामना करने के लिये ही हमने आधार दर में आधा प्रतिशत वृद्धि का फैसला किया है.’ उन्होंने स्वीकार किया कि आधार दर में वृद्धि से बैंक के सभी तरह के ऋण महंगे होंगे.

रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति घोषित होने के बाद ब्याज दरों में वृद्धि करने वाला पीएनबी तीसरा बैंक है. इससे पहले आईडीबीआई और यस बैंक भी आधार दर और बीपीएलआर में आधा प्रतिशत वृद्धि की घोषणा कर चुके हैं. कामत ने बैंक के सालाना परिणाम की जानकारी देते हुये कहा कि वित्त वर्ष 2010-11 में बैंक का कुल कारोबार 27.3 प्रतिशत बढ़कर 5,55,005 करोड़ रुपये हो गया जिसमें कुल जमा राशि 25.5 प्रतिशत बढकर 3,12,899 करोड़ और कर्ज राशि 29.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,42,107 करोड़ रुपये हो गई.

बैंक का वाषिर्क मुनाफा 13.5 प्रतिशत वृद्धि के साथ 4433 करोड़ रुपये रहा है. बैंक का यह अब तक का सर्वाधिक मुनाफा और सर्वाधिक कारोबार है. कामत ने कहा कि वर्ष के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय 39.3 प्रतिशत बढकर 11,807 करोड़ रुपये और गैरब्याज आय 3,613 करोड़ रुपये रही.

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वर्ष के दौरान बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन यानी दिये गये ब्याज और कर्ज पर लिये गये ब्याज के बीच का मार्जिन सुधरकर 3.96 प्रतिशत हो गया. वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में भी बैंक ने बेहतर प्रदर्शन किया है. मार्च 2011 को समाप्त तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ एक साल पहले इसी तिमाही के 1135 करोड़ से बढ़कर 1201 करोड़ रुपये रहा.

हालांकि ट्रेजरी कारोबार से अर्जित मुनाफा इसमें से हटा दिया जाये तो बैंक के मुख्य कारोबार का शुद्ध मुनाफा 10.8 प्रतिशत बढ़कर 1101 करोड़ रुपये रहा है. चौथी तिमाही में ब्याज आय में मजबूत वृद्धि से बैंक की कुल आय 31.2 प्रतिशत बढ़कर 8586 करोड़ रही.

कामत ने बताया कि वर्ष के दौरान खुदरा कर्ज करीब 23 प्रतिशत बढकर 23,600 करोड़ रहा है. रिवर्स मोर्टगेज योजना, पेंशन लोन पोर्टफोलियो में साल दर साल आधार पर अच्छी वृद्धि दर्ज की गई. कार, वाहन कर्ज 24.22 प्रतिशत और शिक्षा ऋण में 24.14 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई. गोल्ड ऋण कारोबार करीब दोगुना होकर 375.64 करोड रुपये हो गया.

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