गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह झूठा दावा किया कि प्रेस ट्रस्ट ने जुलाई में खबर दी थी कि सोनिया गांधी के विदेशी दौरों पर तीन वर्ष की अवधि के दौरान 1880 करोड़ रुपये खर्च किए गए.
सोनिया के विदेशी दौरों पर सरकार द्वारा खर्च की गई धनराशि का मुद्दा उठाकर विवाद को हवा दे चुके नरेंद्र मोदी ने एक निजी चैनल से कहा, ‘जुलाई के महीने में, आउटलुक पत्रिका, टाइम्स ऑफ इंडिया, इंडियन एक्सप्रेस और कुछ अन्य अखबारों ने पीटीआई के हवाले से खबर दी थी कि मैडम सोनियाजी के तीन वर्ष के विदेशी दौरों पर 1880 करोड़ रुपये का खर्च आया.’ मोदी ने कहा, ‘तो, मैंने यह सवाल उठाया कि जुलाई से अब तक तीन महीने बीत चुके हैं और भारत सरकार स्पष्टीकरण क्यों नहीं दे रही है.’
उन्होंने कहा कि इस तरह की ‘झूठी खबरों’ के प्रकाशन पर स्पष्टीकरण दिया जाना चाहिए. पीटीआई यह स्पष्ट किया है कि उसने ऐसी कोई खबर जारी नहीं की है.
गुजरात के मुख्यमंत्री ने एक अक्टूबर को सबसे पहले 1880 करोड़ रुपये का आंकड़ा पेश किया. उनका कहना था कि हरियाणा में हिसार के एक आरटीआई आवेदक ने इस आशय का सवाल पूछा था, जिसके जवाब में सरकार की तरफ से मिली जानकारी में यह आंकड़ा सामने आया. उनके अनुसार यह खबर 12 जुलाई के एक अखबार में प्रकाशित हुई.
आरटीआई आवेदक रमेश वर्मा ने इस बात को झुठला दिया और राष्ट्रीय टेलीविजन पर कहा कि उनके आरटीआई आवेदन के जवाब में उन्हें ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है. उनका कहना था कि उनके आवेदन पर सरकार ने उन्हें कोई जवाब ही नहीं दिया है.
वर्मा का कहना था कि उसने विदेश मंत्रालय और दूसरे देशों में स्थित भारतीय मिशनों से जो सूचना एकत्र की है उसमें 80 लाख से 85 लाख रुपये का आंकड़ा मिला है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने पिछले सप्ताह कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी दौरों अथवा उनके इलाज पर सरकार ने कोई पैसा खर्च नहीं किया है. उन्होंने मोदी के 1880 करोड़ रुपये के आंकड़े को ‘असत्य और भ्रामक’ करार दिया.
केंद्रीय सूचना आयोग ने भी सोनिया पर किए गए खर्च से जुड़ी खबर का खंडन किया.