आतंकवादी संगठन तहरीके तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने चेतावनी दी है कि अफगानिस्तान की सीमा से लगे अशांत कबायली इलाके उनके लड़ाकों से संघर्ष करने के लिये ‘लश्कर’ का गठन करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ ‘गंभीर कार्रवाई’ की जायेगी.
टीटीपी के प्रवक्ता आजम तारिक ने धमकी दी कि ‘जब कभी और जहां कहीं शांति समिति या तालिबान विरोधी लश्कर का गठन किया जायेगा उनका समूह गंभीर कार्रवाई करेगा.’
फ्रंटिअर पोस्ट समाचार पत्र ने आज तारिक के हवाले से कहा कि सुरक्षा बलों और शांति समितियों के साथ काम कर रहे सभी लोगों को तालिबान अदालत में पेश किया जायेगा और इस्लामिक कानून या शरिया के मुताबिक दंड दिया जायेगा.
तारिक ने माना कि दक्षिण वजीरिस्तान के रहने वाले मेहसूद समुदाय के 23 तालिबान की हिरासत में हैं. इससे पहले आई रिपोटरे में कहा गया था कि इन लोगों को सात दिसंबर को सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद आतंकवादियों ने हिरासत में ले लिया.