पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना भारत के साथ हर समस्या का समाधान करना चाहती है. साथ ही मुशर्रफ ने कहा कि मैं सही समय पर पाकिस्तान लौटूंगा.
भारत-पाक संबंधों को लेकर मुशरर्फ ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए हमें एकसाथ मिलकर समस्याओं का समाधान करना होगा, ताकि भारत और पाकिस्तान तरक्की के पथ पर अग्रसर हो सकें.
दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुशर्रफ ने कहा कि कहा है कि मैं जानता हूं कि भारत के काउंसलेट कांधार और जलालाबाद में हैं और वे क्या कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनको वहां बिल्कुल नहीं होना चाहिए.
मुशर्रफ ने आरोप लगाया कि वे पाकिस्तान को अस्थिर करने में लगे हुए हैं. उन्होंने अफगानिस्तान में पाकिस्तान बॉर्डर के करीब कन्स्ट्रक्शन के काम में लगे मजदूरों में जासूस होने की बात भी कही.
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि कई लोग कहते हैं कि बातचीत के समय हमें राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर अलग-अलग चर्चा करनी चाहिए, लेकिन मेरे हिसाब से हमें दोनों विषयों को एकसाथ चर्चा में रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरे विचार में पाकिस्तान भी सियाचीन मुद्दे का हल चाहता है.
मुशर्रफ ने कहा कि बंटवारा, तीन युद्ध, सैन्य प्रतिस्पर्धा और विश्वास की कमी जैसे कई कारणों की वजह से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में कड़वाहट आई. पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि भारत को जनसंख्या के लिहाज से एक बड़ा देश होने के नाते खुले दिल से दोनों देशों के बीच चर्चा को आगे बढ़ाना चाहिए.