अमेरिकी सेना के सर्वोच्च अधिकारी ने पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद का केन्द्र करार देते हुए कहा है कि आतंकवाद को तब तक खत्म नहीं किया जा सकता जब तक की देश में मौजूद आतंकियों के ठिकानों को खत्म न किया जाए.
एडमिरल माइक मुलेन ने कहा, ‘मैंने यह पहले भी कहा है और आगे भी कहता रहूंगा. पाकिस्तान विश्व आतंकवाद का केन्द्र है. इस बात पर हमें तव्वजो देनी चाहिए और इस खतरे को मिटाने के लिए हम जो भी कर सकते हैं करना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘जब से मैंने यह काम संभाला है मैंने कभी एक विशेष देश के बारे में नहीं कहा है, और न ही ऐसी कोई बात कही है जिससे लगे कि मैं देश विशेष के बारे में कह रहा हूं. क्योंकि यह एक क्षेत्र के बारे में है. मुझे लगता है कि इस मामले में प्रगति की जरूरत है.’
मुलेन ने कहा, ‘एमक्यूएम के गठबंधन छोड़ने और फिर लौटने के बीच हमने हाल ही में हत्याएं और राजनैतिक चुनौतियां देखी हैं. वहां कोशिश यही है कि सरकार न गिरे. मैं हमेशा वहां के राजनैतिक गतिविधियों पर नजर रखता हूं.’ मुलेन ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान के लिए देश की सीमा में आतंकियों के छुपने की जगह को बंद करना जरूरी था. {mospagebreak}
उन्होंने कहा, ‘अफगानिस्तान में सफलता के लिए यह बहुत जरूरी था कि पाकिस्तान में उनके अड्डों को नष्ट किया जाए.’ ‘मेरी पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कयानी के साथ इस पर कई बैठकें हुईं. उन्होंने अपनी सेना को इस खतरे को हटाने के लिए लगाया. अब तो यह खतरा बढ़ रहा है क्योंकि अब सिर्फ हक्कानी नहीं हैं, उनके अलावा अब अल-कायदा, टीटीपी, अफगान तालिबान और एलटीई भी है.’
एक सवाल के जवाब में मुलेन ने कहा कि इस वक्त ये सभी संगठन मिल कर काम कर रहे हैं, दो साल पहले तक ऐसा नहीं था. उन्होंने कहा, ‘जब मैं क्षेत्र की बात करता हूं तो उसमें सिर्फ अफगानिस्तान और पाकिस्तान नहीं आते. इससे पहले हमने ईरान पर सवाल उठाए थे. मैं इसके बारे में रूस से बात करूंगा.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है यह हम सभी की जिम्मेदारी है और हम सब आतंकवाद को जल्द खत्म होते देखना चाहते हैं.’