पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक ने कहा कि भारत को मुंबई हमलों के एकमात्र जिंदा आतंकवादी अजमल आमिर कसाब तक पहुंच देनी चाहिये ताकि इस संबंध में गिरफ्तार किये गये सात संदिग्ध आरोपियों को सुनवाई की जा सके.
मलिक ने यह मामला भारतीय उच्चायुक्त शरत सभरवाल के साथ मुलाकात के दौरान यह मसला उठाया था. इस मुलाकात के दौरान मलिक ने सभरवाल को पाकिस्तान द्वारा मुंबई हमलों के आतंकवादियों के खिलाफ उठाये गये कदमों की जानकारी दी.
मलिक ने कहा, ‘मुंबई हमले के मामले में कसाब के बयान का अत्यधिक महत्व है. यह एक महत्वपूर्ण साक्ष्य है और हमारे अदालत को इसकी जरूरत है.’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान भारत से अनुरोध करेगा कि वह अपने दो मजिस्ट्रेट और मुंबई सीआईडी के मुख्य जांच अधिकारी यहां की अदालत में उपस्थित होकर इस बात की गवाही दें कि कसाब के इकबालिया बयान को उन्होंने रिकार्ड किया है. ताकि प्रशासन आगे बढ़ सके.’
{mospagebreak} गृहमंत्री ने दावा किया कि पाकिस्तान में इस मामले की सुनवाई ठीक दिशा में जा रही है और तीन भारतीय अधिकारियों के आने से इसे और मजबूती मिलेगी. मलिक ने कहा, ‘उन्हें इस मामले को मजबूत बनाने के लिये अवश्य पाकिस्तान आना चाहिये. हमें विश्वास है कि भारत न्याय के लिये इसे स्वीकार कर लेगा.’ उन्होंने बताया कि गृहमंत्रालय जल्द ही विदेश मंत्रालय को भारतीय अधिकारियों की उपस्थिति से संबंधी अनुरोध सौंप देगा ताकि इसे औपचारिक तरीके से भारत को भेजा जा सके.
इस बीच भारतीय उच्चायोग के प्रवक्ता सिद्धार्थ जुत्शी ने इस मुलाकात की पुष्टि की लेकिन साथ में यह भी कहा कि वह इस दोनों के बीच हुई बातचीत के विषय के बारे में कुछ भी नहीं जानते.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मलिक ने भारतीय उच्चायुक्त से कहा कि पाकिस्तान के अभियोजन पक्ष को एक बार कसाब तक पहुंच की जरूरत होगी. देश की अदालत से ‘घोषित अपराधी’ या भगोड़ा घोषित होने पर वह सुनवाई का हिस्सा हो जायेगा.
{mospagebreak} सूत्रों ने मलिक के हवाले से कहा कि पाकिस्तान चाहता है कि एक बार भारत में मुंबई की विशेष अदालत में सुनवाई पूरी हो जाने के बाद उसे कसाब तक पहुंच की अनुमति दी जाये. मुंबई की विशेष अदालत तीन मई को कसाब और दो अन्य भारतीयों के खिलाफ अपना फैसला देने वाली है. सूत्रों ने बताया कि मलिक और भारतीय उच्चायुक्त के बीच जमात उद दावा के संस्थापक हाफिज मोहम्मद सईद पर कार्रवाई की भारत की मांग पर भी चर्चा हुई.
मलिक ने जमात के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा उठाये गये कदमों के विषय में सभरवाल को जानकारी दी. पाकिस्तान ने कहा कि वह सईद और जमात पर कड़ी नजर रखे हुये है.