कराची में नौसेना के एक ठिकाने पर आतंकवादी हमले के बाद जारी आलोचना के मद्देनजर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा है कि उनका देश आतंकवादियों और उनकी पनाहगाहों को खत्म करने लिये सभी जतन करेगा.
कैबिनेट की रक्षा समिति (डीडीसी) की महत्वपूर्ण बैठक के बाद गिलानी ने यह बयान दिया. इस बारे में उन्होंने कोई संकेत नहीं दिया कि क्या सेना अफगानिस्तान की सीमा से लगे इलाकों में आतंकवादियों के खिलाफ नये सिरे से अभियान चलायेगी. इस इलाके में ज्यादातर आतंकवादी संगठन फिर से एकजुट हो गये हैं.
अमेरिका की ओर से पाकिस्तान पर दबाव बनाया जाता रहा है कि वह उत्तर वजीरिस्तान में तालिबान आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करे. डीडीसी की बैठक बुधवार रात हुई.
कराची हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा और रक्षा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा की समीक्षा के लिये बुलाई गई इस बैठक में गिलानी सरकार के कई मंत्री, सेना प्रमुख और आईएसएसआई के महानिदेशक शामिल हुये. रविवार को कराची में नौसेना के ठिकाने ‘पीएनएस मेहरान’ पर आतंकवादियों ने हमला किया था. इसमें 10 सुरक्षाकर्मी मारे गये थे। हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली.