पाकिस्तान की कराची जेल से शनिवार को 180 भारतीय कैदियों को रिहा किया गया. ये सभी रविवार को वाघा सीमा पर भारत में प्रवेश करेंगे.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने टीवी चैनल 'जिओ न्यूज' की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि पाकिस्तान ने नववर्ष पर सद्भावना के रूप में 179 मछुआरों और एक आम नागरिक को कराची की लांधी जेल से शनिवार को रिहा कर दिया है.
भारतीय मछुआरे हाल के कुछ महीनों में अनजाने में पाकिस्तानी जलक्षेत्र में प्रवेश कर गए थे, जबकि एक आम नागरिक सीमा पार कर पाकिस्तान के सिंध प्रांत में चला गया था.
रिहा किए गए सभी भारतीय कैदी सिंध प्रांत के तटवर्ती शहर कराची में बसों में सवार होकर पंजाब प्रांत के लाहौर शहर पहुंचेंगे. रविवार को उन्हें वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा.
कैदियों के मसले को हल करने के लिए गठित पाकिस्तान-भारत संयुक्त न्यायिक समिति के एक सदस्य असलम नासिर जाहिद के अनुसार पाकिस्तानी जेलों में अभी भी 276 मछुआरे बंद हैं, जिन्हें अगले कुछ हफ्तों में रिहा किया जाएगा.
न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) जाहिद ने समुद्री सीमा उल्लंघन के मुद्दे का हल निकालने का आह्वान किया है, ताकि मछुआरों की गिरफ्तारी से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि इस समय तीन कैदियों के मामले की सुनवाई चल रही है.
जाहिद ने कहा कि कम से कम 83 कैदियों के भारतीय नागरिक होने की पुष्टि हो चुकी है और सजा की मियाद पूरी होने पर उन्हें रिहा किया जा सकता है.