पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का ‘घर’ है और जब भी वे यहां की यात्रा पर आना चाहेंगे उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया जायेगा.
गिलानी ने अपने आवास पर विदेश मीडिया के साथ बातचीत में कहा, ‘मनमोहन सिंह का जन्म पाकिस्तान में हुआ है. यह उनका घर है. वे जब भी यहां आने की इच्छा करेंगे, हम उनका स्वागत करेंगे.’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह सिंह को पाकिस्तान आने का न्योता दे रहे हैं, इस पर गिलानी ने जवाब दिया, ‘वह जब भी पाकिस्तान आने की इच्छा करेंगे हम उनका स्वागत करेंगे.’ उल्लेखनीय है कि मनमोहन सिंह का जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल में हुआ था. लेकिन विभाजन के समय उनका परिवार भारत चला गया था.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके भारतीय समकक्ष इस क्षेत्र में शांति की बहाली के लिये ‘गंभीर’ दिखाई पड़ते हैं. उन्होंने कहा कि सिंह वर्ष 2008 में हुए मुंबई आतंकवादी हमले को देखते हुए भारतीय जनता की तरफ से बातचीत नहीं शुरू करने के लिये दबाव झेल रहे हैं लेकिन दोनों देशों को इस घटना को लेकर ‘बंधक’ नहीं बनना चाहिये.{mospagebreak}
गौरतलब है कि भारत ने मुंबई आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ समग्र बातचीत की प्रक्रिया को निलंबित कर दिया था. इस हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्करे तैयबा का हाथ माना जाता है. हालांकि दोनों नेता अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में कई बार मिल चुके हैं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने कहा, ‘इस मामले पर आईएसआई को फैसला करना है और सरकार उसका पूरा समर्थन करेगी.’ अमेरिका की ब्रूकलिन अदालत ने आईएसआई प्रमुख ले. जनरल अहमद शूजा पाशा, उनके पहले के प्रमुख नदीम ताज और लश्कर के संस्थापक हाफिज मोहम्मद सईद सहित उसके सरगनाओं के खिलाफ इस मामले के सिलसिले में समन जारी किया है.
गिलानी ने इससे पहले कहा था कि कोई भी ताकत आईएसआई प्रमुख को अमेरिकी अदालत में हाजिर होने के लिये बाध्य नहीं कर सकती.
यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिकी मुकदमे में सरकार सईद का बचाव करेगी, गिलानी ने कहा, ‘कानून के हिसाब से हम इस पर फैसला करेंगे और कोई भी कानून से बड़ा नहीं है.’ सईद ने लाहौर के उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की है जिसमें मांग की गई है कि अमेरिकी अदालत में उनके बचाव के लिये सरकार एक वकील की नियुक्ति करे.