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ड्रोन तकनीक हासिल करना चाहता है पाक: गिलानी

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने अशांत कबाइली क्षेत्र में अमेरिकी ड्रोन हमलों को खत्म करने की मांग करते हुए कहा है कि उनका देश अमेरिका से खुफिया विमान तकनीक हासिल करने की कोशिश कर रहा है.

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने अशांत कबाइली क्षेत्र में अमेरिकी ड्रोन हमलों को खत्म करने की मांग करते हुए कहा है कि उनका देश अमेरिका से खुफिया विमान तकनीक हासिल करने की कोशिश कर रहा है.

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गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान बढ़ाना चाहता है ताकि वह आतंकवादियों से खुद के बल पर निपट सके. गिलानी ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष जॉन बोहनर के नेतृत्व में आये एक प्रतिनिधिमंडल के समक्ष ड्रोन हमलों का मुद्दा उठाया और कहा कि अमेरिकी सांसदों को एक संयुक्त रणनीति बनाने के लिये ओबामा प्रशासन को राजी करना चाहिये, जिसके तहत ड्रोन तकनीक पाकिस्तान को सौंपी जा सके.

बोहनर के साथ हुई बैठक के बाद नेशनल असेंबली या संसद के निचले सदन को संबोधित करते हुए गिलानी ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को सीआईए द्वारा संचालित खुफिया विमानों के मिसाइल हमलों के कारण जनता में बढ़ते रोष के बारे में बताया.

उन्होंने कहा, ‘मैंने उन्हें बताया कि अगर आप आतंकवाद के खिलाफ जंग में कामयाब होना चाहते हैं तो आपको हमारी राजनीतिक और सैन्य कोशिशों का सम्मान करना होगा.’ गिलानी ने नेशनल असेंबली में कहा, ‘हम अमेरिका से ड्रोन तकनीक हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि उनकी खुफिया रिपोर्टें मिलने के बाद हम कबाइली क्षेत्र में आतंकवादियों के ठिकानों पर निशाना साध सकें.’

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उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जंग पाकिस्तान की अपनी लड़ाई है, जिसे वह उस दुश्मन का खात्मा करने के लिये लड़ेगा जो देश के समक्ष गंभीर खतरा खड़ा कर रहे हैं. गिलानी ने कहा कि अमेरिका को पाकिस्तान के खुफिया तंत्र को विश्वसनीय जानकारी देनी चाहिये और फिर देश अपनी सरजमीं पर मौजूद आतंकवादियों के खिलाफ खुद ही कार्रवाई करेगा.

बहरहाल, पाकिस्तान कबाइली क्षेत्रों में अमेरिकी ड्रोन हमलों का खुलकर विरोध करता है लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि हमलों को लेकर दोनों देशों के बीच अंतरनिहित समझ है और इसी के चलते तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान प्रमुख बैतुल्ला महसूद सहित तालिबान और अलकायदा के दर्जनों नेताओं का सफाया किया जा सका है.

अमेरिका की सीआईए और पाकिस्तान की सीआईए के बीच रिश्ते सीआईए के अनुबंधकर्ता रेमंड डेविस की गिरफ्तारी के बाद तल्ख हो गये हैं. डेविस को उसके द्वारा जनवरी में लाहौर में दो सशस्त्र लोगों को मार गिराये जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था.

हालांकि, डेविस को मृतकों के परिवारों को 20 लाख डॉलर से अधिक की राशि अदा किये जाने के बाद रिहा कर दिया गया लेकिन दोनों खुफिया एजेंसियों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं हो पाये हैं और इससे सीआईए का ड्रोन अभियान भी प्रभावित हुआ है. डेविस प्रकरण के जाहिरा संदर्भ में गिलानी ने संसद को बताया कि उन्होंने बोहनर को बताया है कि दोनों देशों के बीच रिश्तों में ‘महज एक घटना’ के चलते ठहराव नहीं आना चाहिये.

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