अमेरिका ने पहली बार यह माना है कि कश्मीर में आईएसआई आतंक फैला रही है. फई की गिरफ्तारी के मामले में दायर हलफनामे से इस बात की पुष्टि हो जाती है.
अमेरिका में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए लॉबीईंग करने के आरोप में गिरफ्तार कश्मीर के अलगाववादी नेता 62 साल के फई कोड वर्ड के जरिए पाकिस्तान से पैसा मंगाते थे. एफबीआई ने अदालत में जो हलफनामा दायर किया है, उसमें खुलासा किया गया है कि फई पाकिस्तान में आईएसआई के अपने हैंडलर बातचीत के दौरान ब्रायलक्रीम औऱ 30 प्लस जैसे कोड वर्ल्ड बोलता था. इसी के हिसाब से फई को हजारों हजारों यूएस डॉलर भेजे जाते थे.
एफबीआई को शक है कि जब फई पाकिस्तानी हैंडलर से कहता था 57 मिलीग्राम ब्रायलक्रीम भेजो, तो इसका मतलब था 75 हजार यूएस डॉलर की जरूरत है. इसी तरह जब वो इनर्जी कैप्सूल 30 प्लस कोड का जिक्र करता था, तो एफबीआई को शक है कि इसका मतलब होता था 30 हजार यूएस डॉलर भेजो.
गौरतलब है कि कश्मीर मसले पर अमेरिका में गैरकानूनी तरीके से आईएसआई के लिए लॉबिंग करने के इल्जाम में गुलाम नबी फई को गिरफ्तार किया गया है. पैसे लेकर पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाला ये कश्मीरी अलगाववादी नेता सेमिनार और कांफ्रेंस की आड़ में कश्मीर पर अमेरिकी प्रशासन की विचारधारा प्रभावित करने की कोशिश कर रहा था.