भ्रष्टाचार और घोटालों के कुछ मामलों की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण नौ नवंबर से शुरू हुआ संसद का शीतकालीन सत्र लगातार छठे दिन भी ठप रहा.
दोनों ही सदनों में शुक्रवार की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप एकत्र होकर कामकाज नहीं होने देने के अपने इरादों को स्पष्ट कर चुके थे.
भाजपा के नेतृत्व वाले मुख्य विपक्षी गठबंधन राजग, वाम दल, अन्नाद्रमुक, बीजद के अलावा सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे सपा तथा राजद 2 जी स्पैक्ट्रम, आदर्श हाउसिंग सोसायटी और राष्ट्रमंडल खेलों में कथित घोटालों की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग कर रहे हैं. लेकिन सरकार इसके लिए राजी नहीं है और इसी वजह से पिछले छह दिनों से बना गतिरोध टूटने का नाम नहीं ले रहा है.
भ्रष्टाचार के मामले पर विपक्ष के प्रहारों से घिरी सत्तारूढ़ कांग्रेस ने पलटवार के प्रयास में भाजपा शासित कर्नाटक में भूमि आवंटन घोटाले में वहां के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के बेटों के शामिल होने के मुद्दे को उठाया.
दोनों ही सदनों की कार्यवाही हंगामे के कारण एक बार के स्थगन के बाद सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी. इस बीच, दोनों ही सदनों में भारी शोरशराबे और हंगामे के बीच पीठासीन अधिकारियों ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए.
शीतकालीन सत्र में अब तक लोकसभा में केवल 9 नवंबर को प्रश्नकाल हुआ और राज्यसभा में ऐसा एक दिन भी नहीं हो पाया.