संसद की लड़ाई अब सड़कों पर है. दोनों तरफ से घमासान मचने लगा है. दिल्ली में बीजेपी ने कोयला आवंटन घोटाले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, पुतले जलाए गए, नारेबाजी हुई और तय हुआ कि लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. उधर, कांग्रेस भी जवाब देने के लिए तैयार है.
संसद के हंगामे में फंसी कांग्रेस अब सड़कों पर उतर आई है. एक नई थ्योरी दी है कांग्रेस ने. 2जी घोटाले में कांग्रेस ने जीरो लॉस कहा था, वहीं कपिल सिब्बल अब जीरो प्रोफिट की बात कर रहे हैं. बीजेपी के भारी विरोध को देखते हुए कांग्रेस ने अब पार्टी के बचाव के लिए मंत्रियों को मैदान में उतार दिया है.
लंबे समय बाद पार्टी के मंच पर पहुंचे कपिल सिब्बल का एजेंडा तय था. इसके तहत उन्होंने सरकार के पक्ष में हरसंभव दलील देने की कोशिश की. मकसद यही साबित करना था कि कांग्रेस पाक साफ है. सिब्बल ने लगे हाथों 6 कंपनियों के नाम लेकर ये भी बता दिया कि बीजेपी के कार्यकाल में नियमों को ताक पर रखा गया. साथ ही ये भी आरोप लगाया कि जिन्होंने महात्मा गांधी की हत्या की, वो संसद की कार्यवाही रोककर लोकतंत्र की हत्या करने में जुटे हैं.
हालांकि सिब्बल की इन कानूनी दलीलों को बीजेपी बेकार बता रही है. साफ है कि संसद के बाहर दोनों पार्टियां खुलकर बोल रही हैं. पर यही बहस संसद के अंदर करने से परहेज कर रही हैं.