माकपा के महासचिव प्रकाश करात ने कहा कि आने वाले बजट सत्र में वामदल संसद की प्रक्रिया को ठप तो नहीं करेंगे लेकिन 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में जेपीसी जांच की मांग को लेकर कोई समझौता नहीं किया जायेगा.
सांप्रदायिकता और मूल्यवृद्धि के खिलाफ आयोजित एक रैली में उन्होंने कहा, ‘हम संसदीय प्रक्रियाओं को बाधित नहीं करना चाहते लेकिन जेपीसी द्वारा जांच कराये जाने की मांग पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता. अगर संप्रग सरकार जांच की अनुमति नहीं देती तो सरकार के घोटाले में लिप्त होने के बारे में लोगों का संदेह बढता जायेगा.’
उन्होंने कहा, ‘आजादी के बाद यह (2जी स्पेक्ट्रम आबंटन) अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है और इसकी जांच करने का संसद को पूरा अधिकार है.’ कांग्रेस को ‘भ्रष्टाचार का उस्ताद’ बताते हुये करात ने कहा कि जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तो 64 करोड़ रुपये का बोफोर्स घोटाला सामने आया और दो दशक बाद भी इससे जुड़े मामले जारी हैं.
माकपा नेता ने कहा, ‘मनमोहन सिंह सरकार देश में लूट का राज लायी है और इस शासनकाल में 1,76,000 करोड़ रुपये का टेलीकॉम घोटाला सामने आया.’ भाजपा पर मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुये उन्होंने कहा कि भाजपा कांग्रेस के भ्रष्टाचार को तो रेखांकित करती है लेकिन अपने राज्यों के भ्रष्टाचार की बात आती है तो वह खामोश हो जाती है.