भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले पर जब तक जेपीसी की जांच शुरू नहीं होती तब तक संसद नहीं चलने दी जाएगी.
राजनाथ ने कहा कि सीएजी की रिपोर्ट में टूजी स्पेक्ट्रम एवं कामनवेल्थ गेम्स में हुए घोटाले का खुलासा किया गया है. यही वजह है कि प्रधानमंत्री सिंह जेपीसी जांच से पीछे हट रहे हैं.
हरिद्वार में एक निजी कंपनी द्वारा कारखाने की जमीन पर आवासीय सोसायटी बनाए जाने के मामले का खुलासा होने पर उत्तरांचल के मुख्यमंत्री का नाम उछलने पर उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार चाहे कोई करे उसकी जांच होनी चाहिए. वह यहां भाजपा के गांव चलो अभियान के चलते जनपद के ग्राम राल में किसानों की चौपाल में भाग लेने आए थे.
वहीं, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने कहा है कि 2जी स्पेकट्रम घोटाला प्रकरण में जेपीसी के गठन की मांग के सवाल पर संसद का आगामी बजट सत्र नहीं चलने दिया जाएगा. भाकपा के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अनजान ने कहा कि इस मसले पर संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मौजूदगी में लोकसभा से बहिर्गमन की सम्पूर्ण विपक्ष की योजना है और यदि जरूरत पड़ी तो सभी विपक्षी सदस्य लोकसभा से इस्तीफा भी दे सकते है.{mospagebreak}
गौरतलब है कि इसी मुद्दे पर बीते शीतकालीन सत्र में कामकाज नही हो सका था. अनजान ने डा. सिंह को राजनीतिक एवं नैतिक रूप से भ्रष्ट करार देते हुए कहा कि वह अपनी ही पार्टी के सिद्धांतों की अवहेलना कर रहे है. पूर्व प्रधानमंत्री स्व. जवाहर लाल नेहरू ने 1956 में इस बात पर जोर दिया था कि जनता के बीच से चुनकर आये व्यक्ति को प्रधानमंत्री होना चाहिए. लेकिन मनमोहन सिंह वह साहस आज तक नहीं दिखा सके.
भाकपा नेता ने कहा कि सीडब्ल्यूजी, 2जी स्पेक्ट्रम एवं आदर्श घोटाले के खिलाफ उनका दल अगले माह गैर भाजपा विपक्ष के साथ मिलकर आंध्र प्रदेश उड़ीसा असाम एवं कर्नाटक में रैलियां आयोजित करेगा. उन्होंने देश में लगातार बढ़ रही महंगाई के लिए केन्द्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि तमाम घोटालों से उपजी आवारा पूंजी मंत्रालयों के बीच आपसी तालमेल न होने ओर वायदा कारोबार के चलते ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति उत्पन्न हुई है. उन्होंने वायदा बाजार बंद करने की मांग भी उठायी.
उन्होंने उत्तर प्रदेश की मायावती सरकर पर भ्रष्टचार के सारे रिकार्ड तोडने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस शीतलहरी में राज्य सरकार की ओर से जहां अब तक कोई प्रबंध नहीं किया गया है वही रबी की फसल के मौके पर प्रदेश खास तौर पर पूर्वाचल में यूरिया की कालाबाजारी चरम पर है. उन्होंने कहा कि धन क्रय केंद्रों की स्थापना एवं यूरिया की सवाल पर भाकपा कार्यकर्ता तीन जनवरी से घरना प्रदेर्शन करेंगे.