संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गई. वहीं राज्यसभा में दो दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गई.
लोकसभा में विपक्षी दलों ने 2जी घोटाले में केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम की कथित भूमिका को लेकर शोर शराबा किया, जिसके बाद सदन की अध्यक्ष मीरा कुमार ने कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की. कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी हंगामा नहीं थमा. इसके कारण कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा.
सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद हिसार संसदीय सीट से नवनिर्वाचित सांसद कुलदीप विश्नोई ने शपथ ली. इसके बाद सदन ने अपने छह पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि दी, जिनका पिछले दिनों निधन हो गया था. इसके बाद जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ, विपक्षी सदस्यों ने चिदम्बरम के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. उन्होंने हालांकि राष्ट्रीय जनता दल के रघुवंश प्रसाद सिंह के सवाल का जवाब दिया, लेकिन हंगामे के बीच उनकी आवाज नहीं सुनी गई.
संसद में चिदंबरम को बोलने नहीं दिया जाएगा: एनडीए
महंगाई और जनलोकपाल बिल जैसे कई मुद्दे हैं जिनपर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश में है. इस सत्र में भविष्य निधि में विदेशी निवेश से संबंधित विधेयक, व्हिसल ब्लोअर विधेयक, न्यायिक जवादेही एवं मानक विधेयक, खाद्य सुरक्षा विधेयक और भूमि सुधार विधेयक जैसे महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने हैं.
चुनावों में मेरे नाम, तस्वीर का इस्तेमाल न करें: अन्ना
एनडीए द्वारा चिदंबरम का बहिष्कार किए जाने के फैसले पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि चिदंबरम का बहिष्कार सही नहीं है और उन्हें उम्मीद है विपक्ष चिदंबरम का बहिष्कार नहीं करेगा.
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उधर बीजेपी नेता अरुण जेटली ने कहा, चिदंबरम पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा. जेटली ने यह भी कहा कि भ्रष्टावार के मुद्दे पर कोई बीच का रास्ता नहीं हो सकता. सीपीएम नेता सिताराम येचुरी ने एनडीए के बहिष्कार के फैसले से असहमति जाताई है.