पार्टी और सरकार के एक के बाद एक विवादों से जूझने के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज प्रकटरूप से दूर दूर तक फैले भ्रष्टाचार पर चिंता जताई और साथ ही घोषणा की कि भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
सोनिया ने यहां कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह कष्टदायक तथ्य है कि भ्रष्टाचार दूर दूर तक फैला प्रतीत होता है और मैं गहराई से महसूस करती हूं कि यह हमारी और साथ ही हरेक राजनीतिक दल की साझा जिम्मेदारी है कि हम गंभीरता से इस बढ़ती बुराई को काबू पाने का कोई रास्ता और उपाय खोजें.’
सोनिया की यह टिप्पणी उस वक्त आयी है जब 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला और भ्रष्टाचार से जुड़े विभिन्न मामलों की जांच के लिए जेपीसी गठित करने की विपक्ष की मांग को लेकर उत्पन्न गतिरोध के चलते संसद का शीतकालीन सत्र पूरी तरह से ठप्प रहा.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा ‘कांग्रेस हमेशा पारदर्शिता और सुचिता के पक्ष में रही है और हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. यहां तक कि जांच जारी रहने और आरोप साबित होने से पहले ही हमने मंत्रियों एवं मुख्यमंत्रियों को पद से हटने को कहा.’ सोनिया ने कहा कि कौन से अन्य दल ऐसा दावा कर सकते हैं.
उन्होंने मुख्य विपक्षी दल को आड़े हाथों लेते हुए कहा ‘क्या भाजपा ने कर्नाटक में ऐसा किया जहां भ्रष्टाचार का बोलबाला है.’ उन्होंने साथ ही कहा कि हमारी सरकार के पास न न तो कुछ छिपाने के लिए है न न ही कुछ डरने के लिए.
सोनिया ने कहा ‘हमें यह नहीं भूलना चाहिए भाजपा नेतृत्व वाले राजग शासन के दौरान एक वरिष्ठ मंत्री ने रक्षा घोटाले उजागर होने पर इस्तीफा दिया लेकिन जांच पूरी होने से पहले ही उन्हें फिर से मंत्री बना दिया गया.