एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी है. इससे हजारों यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि हड़ताल के कारण सार्वजनिक क्षेत्र की एयर इंडिया नियमित 320 उड़ानों में से केवल 50 का परिचालन कर पा रही है.
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, ‘आपात योजना के तहत हम अपने पूरे नेटवर्क में से 50 उड़ानों का परिचालन कर रहे हैं.’ दिल्ली से एयर इंडिया केवल 10 उड़ानों का परिचालन कर रही है. इतनी ही संख्या में मुंबई से अन्य बड़े शहरों के लिये उड़ानें परिचालित की जा रही है.
कोर्ट ने लगाई फटकार फिर भी जारी है हड़ताल
प्रवक्ता ने कहा कि मुंबई में एयरलाइन ने बंबई-दिल्ली-अहमदाबाद-बंबई और बंबई-अहबदाबाद-बंबई मार्ग में बोइंग 777 विमान के इस्तेमाल का निर्णय किया है ताकि ज्यादा-से-ज्यादा यात्रियों को जगह दी जा सके.
इसके अलावा एयर इंडिया ने एयर इंडिया एक्सप्रेस का उपयोग करते हुए बंबई-अबू धाबी-बंबई, चेन्नई-सिंगापुर-चेन्नई, कोच्चि-कालिकट-कोच्चि तथा कालीकट-दुबई-कालीकट मार्गों पर चार विशेष उड़ानों के परिचालन का फैसला किया है.
प्रवक्ता के मुताबिक इसके अलावा बंबई-दुबई-दिल्ली-बंबई मार्ग पर जंबो सेवा भी परिचालित की जाएगी.
पायलट और प्रबंधन अपने-अपने रूख पर अड़े हुए हैं. इससे यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई यात्रियों ने एयर इंडिया के टिकट को रद्द करा दिया है जबकि कुछ यात्रियों को अन्य एयरलाइंस में जगह दी जा रही है.
हड़ताल समाप्त नहीं की तो कुर्क की जाएगी आईसीपीए की संपत्ति
प्रवक्ता के मुताबिक नकदी संकट से जूझ रही एयर इंडिया को हड़ताल के कारण रोजाना 4 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि यह आंकड़ा और अधिक हो सकता है.
कार्यकारी पायलट भी आंदोलन में शामिल हो गये हैं. वे स्वयं को बीमार बताकर छुट्टी ले रहे हैं. उधर, प्रबंधन ने सात पायलटों की सेवा समाप्त कर दी है जबकि छह अन्य को निलंबित कर दिया गया है. एक वरिष्ठ पायलट ने कहा, ‘हम आंदोलन कर रहे आईसीपीए से संबद्ध युवा पायलटों को अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं. 300 से अधिक कार्यकारी पायलटों ने बीमार होने की खबर दी है और अब प्रबंधन को सभी 800 पायलटों के खिलाफ कार्रवाई करने के बारे में निर्णय करना है.’ प्रबंधन ने पायलटों के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में अवमानना की कार्यवाही शुरू की लेकिन पायलटों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा. दोनों पक्षों के बीच बातचीत का भी कोई नतीजा नहीं निकला क्योंकि दोनों अपने-अपने रूख पर अड़े हुए हैं.
इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन (आईसीपीए) से संबद्ध पूर्व के इंडियन एयरलाइंस के करीब 800 पायलट मंगलवार से हड़ताल पर हैं. वे वेतन बढ़ाये जाने, एयर इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक को हटाने एवं कथित कुप्रबंधन मामले की सीबीआई से जांच कराये जाने की मांग कर रहे हैं.