राकांपा प्रमुख शरद पवार के पूर्व सहयोगी और कोल्हापुर से सांसद सदाशिव मांडलिक ने उन पर अपने राजनीतिक मित्रों को दगा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के साथ पवार का गतिरोध सिर्फ उनकी खुराफाती क्षमता का प्रदर्शन था.
मांडलिक ने कहा, ‘शरद पवार के राजनीतिक कदम का लक्ष्य अपनी खुराफाती क्षमता को साबित करना है. राकांपा प्रमुख के 40 साल के राजनीतिक करियर से जाहिर होता है कि वह उनलोगों के साथ खेल करते हैं जो राजनीतिक रूप से उनके करीब होते हैं. पवार ने उन लोगों को दगा दिया है जिनकी राजनीतिक कृपा से वह आगे बढ़े हैं.’
उन्होंने एक बयान में कहा कि राकांपा का रूख उसकी ‘दबाव बनाने की तरकीब’ का हिस्सा है, ताकि प्रदेश के कई राकांपा नेताओं के खिलाफ विपक्ष की ओर से लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों से लोगों का ध्यान हट सके.
मांडलिक ने दावा किया कि देश में कई नेता 2014 के आम चुनाव में राहुल गांधी के कांग्रेस का चेहरा बनने से परेशान हैं. मांडलिक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 2009 में लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे और पिछले साल कांग्रेस में शामिल हुए थे.