मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में किसान आंदोलन के दौरान भड़की हिसा की जांच के लिए भारतीय जनता पार्टी ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है. साथ ही प्रदेश इकाई के अध्यक्ष प्रभात झा ने अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूरे होने पर आठ मई को होने वाले सम्मान समारोह को स्थगित कर दिया है.
रायसेन जिले के बरेली में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में होने वाली गड़बड़ी के खिलाफ किसान सड़क पर उतरे थे. इसी दौरान आंदोलन ने हिंसक रुप ले लिया और हालात बिगड़ गए. किसानों ने वाहनों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी. पुलिस पर पथराव किया. वहीं पुलिस ने लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े और गोली चलाई. इस गोलीबारी में एक किसान की जांन चली गई और कई घायल हो गए.
रायसेन के बरेली की घटना को भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष प्रभात झा ने दु:खद बताते हुए आरोप लगाया है कि इस हिंसा के पीछे कांग्रेस का हाथ है. उन्होंने अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूरा होने पर मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित किए जाने वाले सम्मान समारोह को स्थगित कर दिया है, वहीं बरेली की घटना की जांच के लिए पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है.
भारतीय किसान संघ का नाम लिए बिना झा ने कहा है कि बरेली की घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. जब उनसे पूछा गया कि संघ तो भाजपा का ही अनुषांगिक संगठन है तो उन्होंने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई होगी.