क्रिकेट के सबसे सम्मानित कमेंटेटरों और लेखकों में से एक पीटर रोबक ने यहां दक्षिण अफ्रीका के होटल में आत्महत्या कर ली. रिपोर्टों के अनुसार उन्होंने संदेहास्पद परिस्थितियों में होटल के छठे माले से छलांग लगाकर आत्महत्या की. भारतीय समाचार पत्रों के लिए भी लिखने वाले रोबक यहां आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट श्रृंखला कवर करने आये थे.
वेस्टर्न केप साउथ अफ्रीकी पुलिस के बयान में कहा गया है कि यह घटना बीती रात स्थानीय समयानुसार रात सवा नौ बजे घटी. रोबक की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. ब्रिटेन में जन्में 55 वर्षीय रोबक ने 1980 के दशक में समरसेट की कप्तानी की थी.
बयान के अनुसार कार्यालय पुष्टि कर सकता है कि शनिवार रात लगभग सवा नौ बजे क्लेयरमोंट के होटल में एक घटना हुई जिसमें आस्ट्रेलियाई कमेंटेटर के रूप में काम करने वाले ब्रिटेन के 55 वर्षीय नागरिक ने आत्महत्या कर ली. इस घटना से जुड़ी परिस्थितियों की जांच की जा रही है. मामले की जांच हो रही है. रोबक आस्ट्रेलियाई ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन के लिए रेडियो कमेंटेटर के तौर पर आस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला कवर कर रहे थे. वह आस्ट्रेलिया के फायरफेक्स समाचार पत्रों के लिए भी लिखते थे.
अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि रोबक ने यह कदम क्यों उठाया लेकिन पुलिस ने कहा कि उनकी मौत संदेहास्पद परिस्थितियों में नहीं हुई. इस तरह की रिपोर्ट है कि बाहर से डिनर करके सदर्न सन होटल न्यूलैंड्स लौटने के बाद स्थानीय पुलिस ने उनसे बात की थी. होटल ने भी एक बयान जारी करते हुए कहा कि सदर्न सन न्यूलैंड्स में हुई एक घटना की अभी पूर्ण पुलिस जांच चल रही है. अपनी तल्ख टिप्पणियों के लिये मशहूर रोबक ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ और भारत में ‘द हिंदू’ के लिये लिखा करते थे. उन्होंने जनवरी 2008 में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच विवादास्पद सिडनी टेस्ट मैच के बाद तत्कालीन आस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग को हटाने की मांग की थी. यह टेस्ट भारतीय आफ स्पिनर और आस्ट्रेलियाई आलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स के बीच कथित नस्ली टिप्पणी के कारण विवादास्पद हो गया था.
रोबक का जन्म छह मार्च 1956 में हुआ और उनके माता पिता शिक्षक थे. उन्होंने कैम्ब्रिज में कानून की पढ़ाई की और क्रिकेट लेखक बनने से पहले 335 प्रथम श्रेणी मैच खेले. वर्ष 1988 के विजडन क्रिकेटर आफ द ईयर रहे रोबक ने प्रथम श्रेणी मैचों में 37.27 की औसत से 33 शतकों की मदद से 17558 रन बनाये. उन्होंने इंग्लैंड की उस टीम की अगुआई भी की जिसे हालैंड के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा. रोबक ने 1991 में शीर्ष स्तर के क्रिकेट को अलविदा कहा था.
रोबक की मौत के साथ ही उन्हें श्रद्धांजलि देने का सिलसिला भी शुरू हो गया. हेराल्ड के प्रबंध खेल संपादक इयान फज ने कहा कि पीटर बेहतरीन लेखक था जो क्रिकेट प्रेमी आस्ट्रेलियाई लोगों के लिए कवि की तरह था. उन्होंने कहा कि वह बेजोड़ इंसान भी था जिसकी निश्चित तौर पर कमी खलेगी. एबीसी के ग्रैंडस्टैंड खेल कार्यक्रम के प्रमुख क्रेग नोरेनबग्र्स ने रोबक की मौत के समाचार को ‘बेहद दुखद खबर’ करार दिया.
उन्होंने कहा कि शानदार पत्रकार के अलावा वह ग्रैंडस्टैंड कमेंटरी टीम का अभिन्न अंग थे. नोरेनबग्र्स ने कहा कि हमारे लिए वह क्रिकेट के खेल को इस तरह पेश करते थे कि अगर आपको खेल पसंद नहीं है तो भी वह जिस तरह काम करता था आपको वह पसंद आएगा. रोबक ने खेल पर कई किताबें लिखी और उन्हें उनकी बेबाक टिप्पणियों के लिए जाना जाता था.