2जी घोटाले पर देश में बवाल मचा है, लेकिन चुपके-चुपके कुछ कंपनियों ने 3जी में भी घपले को अंजाम दे दिया. 3जी में 30 हजार करोड़ के घपले का इल्जाम लगाते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है. इस पर हाईकोर्ट ने सरकार से रिपोर्ट तलब कर ली है.
2जी घोटाले का बवाल अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि 3जी घोटाला सामने आ गया. आरोप है कि 3जी लाइसेंस हासिल करने वाली कंपनियों ने आपसी सांठगांठ कर सरकारी खजाने को 30 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाया है. इसकी जांच कराने की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार से रिपोर्ट तलब की है.
कायदे से 3जी लाइसेंस कंपनियों को दूसरी 3जी कंपनियों के इंफ्रास्ट्रक्चर यूज करने की छूट थी. लेकिन इस घोटाले में लाइसेंस हासिल करने से चूक गई कंपनियां लाइसेंस वाली कंपनियों को पैसे देकर सर्विस मुहैया करा रही हैं. याचिका के मुताबिक अलग-अलग सर्किल के लिए कंपनियों को लाइसेंस दिए गए.
लेकिन कई कंपनियां नीलामी में लाइसेंस हासिल करने से रह गईं. अब वे कंपनियां लाइसेंस वाली कंपनियों को करोड़ों की रकम अदा कर 3जी सेवा अपने ग्राहकों को मुहैया करा रही हैं.
याचिकाकर्ता ने इस घपले की जांच सीवीसी या सीबीआई या फिर दोनों से कराने की मांग की है. 2जी और 3जी घोटाले में फर्क सिर्फ इतना है कि 2जी में सरकार के कई मंत्री और अफसर मुलजिम हैं तो 3जी में सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनियां. लेकिन दोनों में चूना सरकार के ही मुंह पर लगा है.