scorecardresearch
 

फिर महंगा हुआ पेट्रोल, 1.82 रुपये का इजाफा

पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी के लिए एक और बुरी खबर है. पेट्रोल के दामों में 1.82 रुपये पति लीटर की बढ़ोतरी हो गई है. इंडियन ऑयल ने पेट्रोल के दाम बढ़ा दिए हैं और बाकी की तेल कंपनियां भी यही करने जा रही हैं. आज आधी रात से लागू होंगी बढ़ी कीमतें.

Advertisement
X

पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी के लिए एक और बुरी खबर है. पेट्रोल के दामों में 1.82 रुपये पति लीटर की बढ़ोतरी हो गई है. इंडियन ऑयल ने पेट्रोल के दाम बढ़ा दिए हैं और बाकी की तेल कंपनियां भी यही करने जा रही हैं. आज आधी रात से लागू होंगी बढ़ी कीमतें.

Advertisement

तेल कंपनियों के अनुसार डालर के मुकाबले रुपये के कमजोर पड़ने से कच्चे तेल का आयात महंगा हो गया, जिसके मद्देनजर पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल के दाम 1.82 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिये. इस वृद्धि के बाद दिल्ली में अब पेट्रोल का दाम 68.64 रुपये प्रति लीटर हो जाएगा.

विभिन्न शहरों में स्थानीय शुल्कों की वजह से पेट्रोल की कीमत भिन्न-भिन्न होती है. दो माह से भी कम के अरसे में पेट्रोल के दाम दूसरी बार बढ़ाए गए हैं. खास बात यह है कि पेट्रोल के दाम बढ़ाने का फैसला उस दिन लिया गया है, जब 22 अक्तूबर को समाप्त सप्ताह के आंकड़ों के अनुसार खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 12.21 प्रतिशत के उच्चस्तर पर पहुंच गई.

सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम ने इससे पहले 16 सितंबर को पेट्रोल के दाम 3.14 रुपये लीटर बढ़ाए थे. उस समय रुपया 48 रुपये प्रति डालर पर था. अब रुपये में और कमजोरी आ चुकी है. आज रुपया 49.14..15 प्रति डालर पर आ गया. पिछले साल जून में सरकार ने पेट्रोल कीमतों को नियंत्रणमुक्त कर दिया था. पर पेट्रोलियम कंपनियों को कीमत वृद्धि से पहले पेट्रोलियम मंत्रालय से ‘सलाह’ लेनी पड़ती है.

Advertisement

केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा था कि पेट्रोल के मूल्य में वृद्धि करना या न करना सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कम्पनियों पर है, वहीं दूसरी ओर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने इस मुद्दे पर अधिकार प्राप्त मंत्रियों के समूह की एक बैठक करने की जरूरत बताई थी.

तेल सचिव जी.सी. चतुर्वेदी ने कहा था, 'यह फैसला उन्हें लेना है. उन्हें इसका अधिकार दिया गया है और वे सही समय पर इसका फैसला कर सकती हैं.' पेट्रोल की कीमत पर से नियंत्रण समाप्त कर दिया गया है, लेकिन डीजल, रसोई गैस और मिट्टी के तेल की कीमतों की वृद्धि के लिए कम्पनियों को अभी सरकार से मंजूरी लेनी होती है.

पेट्रोलियम मंत्री ने हालांकि यह माना था कि पिछले दिनों पेट्रोल की कीमत 5 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने के बाद और वृद्धि उचित नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें नियंत्रित पेट्रोलियम उत्पादों पर जल्द ही एक बैठक की उम्मीद है. रेड्डी ने कहा, 'मैंने मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह की एक बैठक करने के लिए कहा है. यह बैठक संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने के पहले होगी.'

Advertisement
Advertisement