पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के निकट ‘मरगल्ला हिल्स’ में खराब मौसम और कम दृश्यता के बीच एक यात्री विमान बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें बच्चों और महिलाओं समेत सभी 155 लोग मारे गए. यह पाकिस्तान में हाल के समय में हुई सबसे भीषण विमान दुर्घटना है.
निजी एयरलाइन कंपनी एयरब्लू के विमान ए-321 में 147 यात्री और चालक दल के आठ सदस्य सवार थे. सुबह 10 बजे के आसपास यह विमान दमन-ए-कोह के निकट ‘मरगल्ला हिल्स’ से टकरा गया और धमाके के बाद विमान के टुकड़े-टुकड़े हो गए और उसमें आग लग गई.
अधिकारियों ने बताया कि विमान इस्लामाबाद हवाई अड्डे पर उतरने ही वाला था लेकिन तभी कंट्रोल टावर से उसका रेडियो सम्पर्क टूट गया. इसके बाद विमान घने जंगलों वाले ‘मरगल्ला हिल्स’ इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान का मलबा दो पहाड़ियों के बीच गहरी खाई में बिखर गया. विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कई घंटों बाद राहत एवं बचावकर्मी और सेना के जवान धधकते मलबे से यात्रियों के शव निकाल पाए. यह जगह दुर्गम पहाड़ी इलाका है जहां बादल छाए हैं और धुंध भी है. {mospagebreak}
अधिकारियों का कहना है कि खराब मौसम के कारण विमान दुर्घटना का शिकार हुआ होगा. लेकिन जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि दुर्घटना की असली वजह क्या थी. नागरिक उड्डयन प्राधिकरण इसकी जांच करेगा. राहत एवं बचावकर्मियों का कहना है कि उन्होंने घटनास्थल पर बार-बार लोगों को इस आस के साथ पुकारा कि शायद कोई जीवित बचा होगा लेकिन उन्हें कोई भी जीवित व्यक्ति नहीं मिला.
गृहमंत्री रहमान मलिक ने बताया कि विमान में सवार सभी यात्री मारे गए हैं. उन्होंने बताया कि विमान में 147 यात्री और चालक दल के आठ सदस्य मौजूद थे. मलिक ने पहले कहा था कि कराची से इस्लामाबाद जाने वाले इस विमान के पांच यात्री जीवित बच गए हैं. अन्य अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों में 29 महिलाएं और पांच बच्चे शामिल थे.
इस्लामाबाद में बीते तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है और शहर पर धुंध और निचले बादल छाए हैं. इससे पहले इस्लामाबाद राजधानी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष इम्तियाज इनायत इलाही ने कहा था कि बचावकर्मी मौके पर पहुंचने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन अब किसी के भी जीवित बचने की संभावना कम ही लगती है. टीवी चैनलों ने एयरब्लू के अधिकारियों के हवाले से बताया कि विमान में 159 यात्री सवार थे, जिसने कराची से आज सुबह 7.50 बजे उड़ान भरी थी. {mospagebreak}
सरकारी बचाव सेवा ‘रेस्क्यू 1122’ की एक प्रवक्ता ने कहा कि सेना से हेलीकॉप्टर मांगे गये हैं. उन्होंने कहा, ‘हमने सेना के उड्डयन प्रकोष्ठ और आतंकवाद निरोधी इकाई से हेलीकॉप्टर मांगे हैं. हमें इलाके की दुर्गमता के कारण कम से कम आठ से दस हेलीकॉप्टरों की जरूरत होगी.’
दुर्घटना उस इलाके में हुई जहां तक सड़क मार्ग से नहीं पहुंचा जा सकता. बचाव कर्मियों का कहना है कि उन्हें दुर्घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कतें आ रहीं हैं. इसके अलावा भारी बारिश भी बचाव के प्रयासों को बाधित कर रही है. स्कूल में पढ़ने वाले छात्र अमन अली ने बताया, ‘मैंने एक जोरदार आवाज सुनी और मरगल्ला हिल्स के उपर धुंआ उठता देखा.’
गृहमंत्री मलिक ने कहा कि विमान उस समय 2600 फुट की उंचाई पर था, जब इसे उतरने की मंजूरी दी गयी. इसके बाद यह तीन हजार की फुट की उंचाई तक गया और फिर रडार स्क्रीन से गायब हो गया. उन्होंने बताया, ‘हमें दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाने के लिए ब्लैकबॉक्स के अध्ययन की जरूरत होगी. नियंत्रण टावर को कोई एसओएस संदेश या दुर्घटना से पहले किसी तकनीकी खामी की कोई जानकारी नहीं मिली.’ {mospagebreak}
नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के सूत्रों ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि अधिकारियों ने खराब दृश्यता और खराब मौसम के बावजूद विमान को इस्लामाबाद में उतरने की मंजूरी दे दी थी. सूत्रों ने बताया कि सरकारी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलांइस ने अपनी सभी उड़ानों का रास्ता बदल दिया है. समाचार चैनलों ने जो दृश्य दिखाए, उनमें मरगल्ला हिल्स के घने जंगलों से सफेद धुआं उठता दिखाई दे रहा था.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि उन्होंने विमान के मलबे में आग देखी. अधिकारियों ने इस्लामाबाद के सभी अस्पतालों में आपातकालीन स्थिति घोषित कर दी है. अपने परिजन के बारे में जानकारी पाने के लिए यात्रियों के रिश्तेदार बेनजीर भुट्टो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर इकट्ठे हो गये हैं.
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने दुर्घटना पर दुख जताया है और अधिकारियों को मौके पर पहुंचने के लिहाज से समन्वित कदम उठाने का निर्देश दिया है. एयरब्लू ने एक बयान में कहा कि हादसे का शिकार हुआ विमान दस वर्ष पुराना था जिसे उसने दस वर्ष के लिए लीज़ पर लिया था. यह विमान लगभग 13,500 उड़ानें भर चुका था. पाकिस्तान में इससे पहले आखिरी बड़ा हवाई हादसा जुलाई वर्ष 2006 में मुल्तान में हुआ था. तब पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का फोक्कर एफ 27 विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था जिसमें 45 लोग मारे गए थे.