scorecardresearch
 

पुलिस ने अगवा पिता-पुत्र को मुक्त कराया

मध्यप्रदेश पुलिस ने सात लाख रुपये की फिरौती के लिये प्रदेश के एक कारोबारी और उसके पुत्र के अपहरण की अंतरराज्यीय वारदात का खुलासा किया.

Advertisement
X

मध्यप्रदेश पुलिस ने सात लाख रुपये की फिरौती के लिये प्रदेश के एक कारोबारी और उसके पुत्र के अपहरण की अंतरराज्यीय वारदात का खुलासा किया.

Advertisement

मामले में कोलकाता पुलिस की मदद से चलायी गयी मुहिम के तहत पिता.पुत्र को अपहर्ताओं के चंगुल से आजाद कराया गया और मुख्य आरोपी को धर दबोचा गया. इंदौर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ए. साई मनोहर ने बताया कि अपहरण कांड में गिरफ्तार मुख्य आरोपी अब्दुल मोमिन पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले का रहने वाला है.

उन्होंने बताया कि अपहर्ताओं ने मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के कारोबारी राजेश व्यास उर्फ राजू और उसके पिता गोकुल व्यास को उनके एक परिचित से रकम के लेन-देन के बहाने पश्चिम बंगाल बुलाया. पिता-पुत्र 13 अक्‍टूबर को अपने घर से रवाना हुए थे.

एसएसपी ने बताया कि साजिश के तहत दोनों को अगवा कर लिया गया. उन्हें बांग्लादेश सीमा से सटे पश्चिम बंगाल स्थित दक्षिण दिनाजपुर जिले के कुमारगंज क्षेत्र में बंधक बनाकर रखा गया और उनकी रिहाई के लिये सात लाख रुपये की फिरौती मांगी गयी.

Advertisement

मनोहर ने बताया इंदौर पुलिस को 20 अक्तूबर को अपहरण कांड की सूचना मिली और उसने अपनी टीम पश्चिम बंगाल भेजी. उन्होंने बताया कि पिता-पुत्र की सुरक्षित रिहाई की रणनीति के तहत कोलकाता में अपहर्ताओं तक फिरौती की आधी रकम पहुंचायी गयी.

इसके बाद अपहरण कांड के मुख्य आरोपी अब्दुल को सियालदह रेलवे स्टेशन से इस रकम के साथ 24 अक्‍टूबर को पकड़ लिया गया. इस अभियान में कोलकाता पुलिस की अपराध शाखा की मदद ली गयी. मनोहर ने बताया कि मामले में तीन आरोपी फिलहाल फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिये 10-10 हजार रुपये का नकद इनाम घोषित किया गया है.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक अपहरण कांड का मुख्य आरोपी अब्दुल इंदौर में रह चुका है. उस पर यहां नकली नारकोटिक्स अफसर बनकर एक व्यक्ति को बंधक बनाने और उससे चार लाख रुपये ऐंठने की कोशिश का मामला भी दर्ज है. सूत्रों के मुताबिक अंतरराज्यीय अपहरण गिरोह के तार मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले से जुड़े हुए हैं.

Advertisement
Advertisement