बौद्ध मठ में करोड़ों की रकम की बरामदगी के मसले पर पुलिस तिब्बत धर्मगुरु 17वें करमापा से पूछताछ की तैयारी कर रही है.
बौद्ध मठ में करोड़ों की रकम क्यों रखी गई, ये रहस्य अबतक सुलझ नहीं पाया है. जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि आखिर तिब्बती धर्मगुरु करमापा के मठ में साढ़े करोड़ रुपए आए कहां से. इस बीच रविवार को जांच एजेंसियों को करमापा के पीए के पास से कुछ और विदेशी नोट मिले हैं.
जांच एजेंसियां 17 वें करमापा उग्येन त्रिनले दोरजे के मठ से मिले नोटों के मायने ढूंढ रही है. सबसे बड़ा सवाल है कि क्यों और कहां से आए इतने नोट. शक की वजह सिर्फ विदेशी नोटों का मिलना ही नहीं है, बल्कि जिस तरीके से करीने से नोटों के बंडल रखे मिले हैं, वो जांच एजेंसियों को खटक रहे हैं.
इस मामले में अब तक 3 गिऱफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें एक मठ का सदस्य शक्ति लामा भी है. शक्ति की निशानदेही पर मठ के अकाउंटेंट के घर पर छापेमारी हुई. पुलिस ने अकाउंटेंट के घर से लैपटॉप और सीडी भी बरामद की है. साथ ही करमापा के पीए के ठिकानों पर भी छानबीन हुई है. अब खुद करमापा से पूछताछ की तैयारी हो रही है.{mospagebreak}
पूछताछ से पहले बौद्ध मठ से हुई बरामदगी पर सवालों की एक लिस्ट करपामा को सौंपी जा चुकी है. प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग ने करमापा के धर्मशाला के आसपास चलने वाले महिला मठों की संपत्ति औऱ वहां पहुंचने वाले धन का ब्योरा मांगा है. जिन मठों से ब्योरा मांगा गया है, उनमें दो मैक्लोडगंज में हैं, दो घरोह में और एक सिद्धबाड़ी में हैं. इन महिला मठों पर भी पुलिस दबिश दे सकती है.
इसी सिलसिले में निर्वासित तिब्बती सरकार की तरफ से सफाई भी पेश की गई है. स्पीकर पाम्पा शेरिंग का दावा है कि अनजाने में कोई चूक हुई होगी. मठ से विदेशी मुद्राओं के मिलने पर मुख्यमंत्री ने भी चिंता जताई है. मुख्यमंत्री अब इसमें चीनी कनेक्शन की जांच की बात भी कर रहे हैं.
इस बरामदगी के तार दिल्ली से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं. दिल्ली के एक हवाला कारोबारी से भी हिमाचल पुलिस ने पूछताछ की है. दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में उस हवाला कारोबारी के ठिकाने पर छानबीन भी की गई है.
शुरुआती बरामदगी के बाद और क्या-क्या मिले हैं, इस बारे में फिलहाल जांच एजेंसियां कुछ जाहिर नहीं कर रही हैं. हैरानी की बात है कि इस मुद्दे पर अबतक करमापा की ओर से कोई बयान नहीं आया है.