महंगाई पर बहस के बाद सरकार की तरफ से जवाब देते हुए वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि महंगाई पर सरकार गंभीर है और इसको लेकर देश को संदेश जाना चाहिए.
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15वीं लोकसभा में चौथी बार महंगाई पर बहस हो रही है जबकि 14वीं लोकसभा में 8 बार महंगाई पर बहस हुई थी. प्रणव मुखर्जी ने कहा, 'हम मानते हैं कि देश के लिए यह गंभीर मुद्दा है.' उन्होंने कहा कि महंगाई पर पक्ष-विपक्ष एकसाथ है. लोकसभा में महंगाई पर हुई इस बहस में 26 सांसदों ने भाग लिया.
लोकसभा में महंगाई के मुद्दे पर बहस फिक्स!
प्रणव ने कहा कि महंगाई पर आम सहमति जरूरी है. उन्होंने कहा कि तेल के दाम हमारे वश में नहीं हैं और अंतरराष्ट्रीय बाजार में दामों में लगातार इजाफा हुआ.
उन्होंने यह भी कहा कि मांग और आपूर्ति में भारी अंतर के चलते ही महंगाई बढ़ी और विकास से महंगाई का कुछ लेना देना नहीं है. वित्त मंत्री ने कहा कि हमारे पास महंगाई से निपटने का विकल्प कठिन है लेकिन सरकार उपाय कर रही है.
प्रणव ने कहा कि महंगाई पर जिम्मेदारी केंद्र और राज्य दोनों की है. जन वितरण प्रणाली को दुरुस्त करने की बात करने हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कम महंगाई दर के साथ विकास हमारा लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि सरकार डीजल की कारों पर टैक्स लगाने पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों की तुलना में हमारे देश में तेल और गैस की कीमतें कम हैं.
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