कृषि मंत्री शरद पवार पर एक युवक द्वारा किये गये हमले की सभी राजनीतिक दलों ने कड़े शब्दों में निंदा की है.
कांग्रेस ने जहां इसके लिए भाजपा नेता यशवंत सिन्हा के हाल ही में दिये एक बयान को जिम्मेदार ठहराया वहीं मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि वह अहिंसक तरीके से मतभेद जताने में भरोसा करती है.
कृषि मंत्री शरद पवार नई दिल्ली के एनडीएमसी सभागार में आयोजित ‘श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य समारोह’ में शिरकत करने पहुंचे थे. समारोह के समापन के बाद बाहर निकलते वक्त हरविंदर सिंह नाम के युवक ने उन्हें मंहगाई के लिए जिम्मेदार बताते हुए थप्पड़ मार दिया.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने घटना के बाद पवार से बातचीत की और पूरे मामले की निंदा की. वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने भी घटना को पूरी तरह निंदनीय बताया.
संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि पवार न केवल वरिष्ठ मंत्री हैं बल्कि सबसे वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों में शामिल हैं. लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है.
पवार मामले में कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण भाजपा नेता यशवंत सिन्हा का बयान था जिसके कारण आज की घटना घटी है.
गौरतलब है कि भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने हाल ही में कहा था कि अगर महंगाई पर सरकार सोती रही और कुछ गंभीर कदम नहीं उठाये गये तो महंगाई देश में हिंसा का कारण बन सकती है.
अल्वी ने कहा कि राजनीतिक दलों के इस तरह के बयान प्रजातंत्र को कमजोर करते हैं.
घटना की सख्ती से निंदा करते हुए भाजपा ने आज कहा कि कांग्रेस का यह आरोप उचित नहीं है कि भाजपा के बयान के कारण यह घटना घटी है.
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि शरद पवार के साथ घटी घटना की भाजपा निंदा करती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी का यह बयान दूर की कौड़ी है कि भाजपा नेता यशवंत सिन्हा के बयान पर हिंसा हुई.