शराब कारोबारी पॉन्टी चड्ढा और उनके छोटे भाई हरदीप की हत्या के सिलसिले में पुलिस 15 लोगों से पूछताछ कर रही है. दोनों भाइयों में दक्षिण दिल्ली में एक फार्म हाउस के स्वामित्व को लेकर विवाद चल रहा था.
जांचकर्ताओं ने कहा कि वे पॉन्टी और उनके भाई के कॉल रिकार्ड की जांच परख कर रहे है ताकि घटनाक्रम के सिलसिले को जोड़ा जा सके जिसके कारण दोनों भाइयों के अंगरक्षकों ने गोलियां चलायी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से इस बात का खुलासा हुआ है कि पॉन्टी चड्ढा के लोग कल सुबह विवादित फार्महाउस पर गए और वहां से हरदीप के कर्मचारियों को भगा दिया और गेट पर ताला लगा दिया. हरदीप उस समय फार्म हाउस पर नहीं थे और नोएडा में बैठक कर रहे थे.
अधिकारी ने बताया कि दोपहर से पहले पॉन्टी ने उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य और अपने मित्र को फोन किया और बताया कि वह फार्म हाउस जायेंगे. इस बीच, हरदीप को भी इस बात की जानकारी मिली कि पॉन्टी के लोगों ने उस फार्म हाउस को कब्जे में ले लिया है. इसके बाद वे अचानक घटनास्थन पर पहुंच गए. पॉन्टी, आयोग के सदस्य और हरदीप लगभग एक ही समय फार्म हाउस पर पहुंचे.
अधिकारी ने दावा किया कि आवेश में हरदीप ने कथित तौर पर गोली चला दी और उसकी पहली गोली पॉन्टी के अंगरक्षक नरेन्द्र को लगी और उसके बाद पोंटी को भी गोली लगी. अधिकारी ने बताया कि इसके बाद दोनों पक्षों के गार्डों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी, हालांकि पंजाब पुलिस की ओर से प्रदान किये गए पीएसओ गोलीबारी में शामिल नहीं थे. उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान एक व्यक्ति ने बताया कि आयोग के सदस्य के पीएसओ ने जवाब में गोलियां चलायी. अधिकारी ने कहा कि इसकी अभी पुष्टि की जानी है.
उन्होंने कहा, 'हम लोगों से पूछताछ कर रहे हैं. कॉल रिकार्ड की भी जांच परख की जा रही है.' हरदीप के परिवार से सम्पर्क नहीं किया जा सका है. चढ्ढा के आवास पर यह गोलीबारी की दूसरी घटना है. पांच अक्तूबर को उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद जिले में उनके घरपर गोलीबारी की घटना की खबर आई थी. गौरतलब है कि तीन चढ्ढा बंधु. पोंटी, हरदीप और राजिन्दर संयुक्त रूप से 6,000 करोड़ रूपये के वेब इंक (पूर्ववर्ती चढ्ढा समूह) का संचालन करते थे.