पोप बेनेडिक्ट 16वें ने दुनिया भर के नेताओं और मीडियाकर्मियों से मानव जीवन के प्रारंभिक चरण के प्रति और ज्यादा सम्मान दिखाने की अपील करते हुए कहा कि इंसानी भ्रूण न केवल जैविक चीज है, बल्कि गतिशील और स्वायत्त भी है और इसका अपना एक अलग अस्तित्व है.
पोप ने कहा कि विज्ञान ने दिखाया है कि भ्रूण कितना स्वायत्त है, यह किस तरह से मां के साथ संवाद कायम करता है और किस तरह से यह एक समन्वित और जटिल रूप में विकसित होता है.
गौरतलब है कि एड्स की रोकथाम में कंडोम के वास्तविक या नैतिक समाधान नहीं होने होने संबंधी उनकी टिप्पणी के बाद गंभीर बहस छिड़ गई है.