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तुलसी प्रजापति मामले में पूरक आरोपपत्र दाखिल

बहुचर्चित सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ के मुख्य गवाह तुलसी प्रजापति की मौत के मामले में शनिवार को आईपीएस अधिकारी डी जी वंजारा और दिनेश एम एन को आपराधिक साजिश रचने, सबूतों को नष्ट करने और फर्जीवाड़ा करने का आरोपी बनाया गया.

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बहुचर्चित सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ के मुख्य गवाह तुलसी प्रजापति की मौत के मामले में शनिवार को आईपीएस अधिकारी डी जी वंजारा और दिनेश एम एन को आपराधिक साजिश रचने, सबूतों को नष्ट करने और फर्जीवाड़ा करने का आरोपी बनाया गया.

गुजरात सीआईडी ने प्रजापति फर्जी मुठभेड़ में पूरक आरोपपत्र दाखिल किया. शुक्रवार को आईपीएस अधिकारी विपुल अग्रवाल और छह अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ यहां दंता तालुक में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एस एस जोशी की अदालत में पहला आरोप पत्र दाखिल किया गया था. प्रजापति नवंबर 2006 में फर्जी मुठभेड़ में मारा गया था.

सीआईडी के आरोपत्र में कहा गया है कि तत्कालीन पुलिस (रेंज) उपमहानिरीक्षक वंजारा तथा उदयपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक दिनेश ने प्रजापति को मारने की साजिश रची थी. हालांकि आरोपपत्र ने इस साजिश के उद्देश्य का खुलासा नहीं किया है.

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दोनों ही पुलिस अधिकारी नवंबर,2005 की सोहराबुद्दीन फर्जीमुठकांड में भी आरोपी हैं और फिलहाल जेल में हैं. आरोपपत्र में एक और आईपीएस अधिकारी राजकुमार पांडियन को भी आरोपी बनाया गया है. पांडियन भी सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ कांड में जेल में हैं.

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