अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा पूरी करने के बाद मंगलवार को इंडोनेशिया के लिए रवाना हो गए.
ओबामा ने भारत दौरे के दौरान सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट पाने के भारत के प्रयास को अपना समर्थन देने की घोषणा की और पाकिस्तान से मुम्बई हमलावरों को न्याय के कठघरे में लाने को कहा.
अमेरिकी राष्ट्रपति और उनकी पत्नी मिशेल ओबामा को ‘मिनिस्टिर इन वेटिंग’ सलमान खुर्शीद विदेश सचिव निरूपमा राव और अन्य अधिकारियों द्वारा विदाई दी गई. इस मौके पर भारत में अमेरिका के राजदूत टिमोथी जे. रोमर भी मौजूद थे.
ओबामा दंपती को ले जा रहे विमान एयरफोर्स वन ने मंगलवार को सुबह आठ बजकर 54 मिनट पर दिल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरी.
अमेरिकी राष्ट्रपति भारत यात्रा के दौरान सबसे पहले शनिवार को मुम्बई पहुंचे थे. दिल्ली में अपने दो दिन के प्रवास के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की. उन्होंने सोमवार को घोषणा की कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता हासिल करने के भारत के प्रयास का समर्थन करेगा. ओबामा ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए ‘कोई भी भूमिका’ निभाने की भी पेशकश की.
संसद में अपने संबोधन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को यह कहकर कड़ा संदेश दिया कि उसके यहां मौजूद आतंकी पनाहगाह ‘अस्वीकार्य’ हैं. ओबामा ने पाकिस्तान से मुम्बई हमलावरों को न्याय के कठघरे में लाने को भी कहा जिनमें 166 लोग मारे गए थे.
मुम्बई पहुंचने के तुरंत बाद ओबामा ने आतंकी हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी थी और कहा था कि ताज होटल में उनका ठहरना एक संदेश देने के लिए है.
भारत की वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई में 26 नवम्बर 2008 को हुए आतंकी हमलों में पाकिस्तानी आतंकियों ने ताज होटल को भी निशाना बनाया था. ओबामा की यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका आंतरिक सुरक्षा में सहयोग भारतीय कंपनियों से अमेरिकी प्रतिबंध हटाए जाने और भारत में असैन्य परमाणु क्षेत्र में अनुसंधान केंद्र स्थापित करने सहित कई नयी पहलों पर सहमत हुए.
दोनों देशों ने दस अरब डॉलर के समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए.