राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर एनडीए की दरार और चौड़ी हो गई है. एनडीए के अहम घटक दल शिवसेना ने प्रणब मुखर्जी के समर्थन का एलान किया है. समर्थन की ये घोषणा शिवसेना ने अपने मुख पत्र सामना में किया है.
सामना में बाल ठाकरे ने लिखा है, 'देश के राष्ट्रपति जैसे गरिमामय पद के लिए चल रही खींचतान खेदजनक है. NDA को अब तक अपना उम्मीदवार ना मिलना निराशाजनक है. सियासी स्वार्थ के लिये देश की इज्जत से खिलवाड़ हो रहा है. जिनकी इस पद के लिए औकात तक नहीं है वो भी इस गरिमामय पद के लिए खड़े हो जाते हैं.
संपादकीय में आगे लिखा गया है जानकारों के तरह पेश आना और देश की शान बनाए रखना यही एक बात देश के हित में है. तलवार जब म्यान में ना हो फिर भी बेमतलब म्यान पर अपनी मठ्ठी रखकर वीरता की झूठी कोशिश ना करें. शिवसेना पर कोई भी विश्वासघात, पीठ में खंजर घोंपने या धोखेबाजी का आरोप लगाने की हिम्मत ना करे. और ये आरोप लगानेवाले सभी प्रयोग पहले शिवसेना पर ही कर चुके हैं, सिर्फ देशहित के लिए हमने ये विचार रखा है. चलो जो हुआ उसे भूल जाओ और प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति पद के लिये एक साथ होकर सपोर्ट करें और दुनिया को दिखा दें कि ‘हम सब एक’ हैं.
गौरतलब है कि पिछले दो दिनों से शिव सेना एनडीए की बैठकों से दूर थी. शिव सेना के इस कदम से यकीनन अब बीजेपी में मुश्किल में पड़ जाएगी. पिछले चार दिनों से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर एनडीए में जबर्दस्त खींचतान है और इस वजह से बीजेपी अपना उम्मीदवार तक तय नहीं कर पा रही.