प्रधानमंत्री को भी लोकपाल के दायरे में आने की बात कहते हुये भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले लोकपाल विधेयक संसद में आये तो हम देखेंगे कि इसमें क्या शामिल किया गया है और फिर अपने पत्ते खोलेंगे.
भाजपा नेता उमा भारती की गंगा बचाव यात्रा के तहत शहर के बिठूर में गंगा के तट पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने आये राजनाथ सिंह ने कहा कि रविवार को प्रधानमंत्री ने लोकपाल के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई थी और इसमें राजग के सभी घटक दल शामिल हुये थे.
उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि प्रधानमंत्री को भी लोकपाल के दायरे में आना चाहिये. जब केन्द्र में राजग सरकार थी तो अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में बने लोकपाल विधेयक बनाया था, जिसमें प्रधानमंत्री को इसके दायरे में रखा गया था.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की मंशा है कि एक निष्पक्ष और सही व्यक्ति ही लोकपाल चुनकर आये और इसके चयन के लिये एक सही प्रक्रिया अपनाई जाये.
उनसे जब पूछा गया कि लोकपाल के दायरे में न्यायपालिका को भी शामिल किया जाना चाहिये तो उन्होंने कहा कि यह विचार का विषय है. अभी संसद में लोकपाल विधेयक आने दीजिये. फिर इसके एक एक पहलू पर हम लोग विचार विमर्श करेंगे, तभी अपनी बात रखेंग और वहीं अपने पत्ते खोलेंगे.
अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने टालते हुये कहा कि भारत का काला धन जो विदेशों में जमा है उसका देश में वापस आने से कोई नहीं रोक सकता है.