महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर.आर. पाटील ने कहा है कि पुणे में हुए कम तीव्रता वाले धमाकों को आतंकवादी हमला करार देना जल्दबाजी होगा. पाटील ने गुरुवार तड़के घटनास्थल का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जांच जारी है. विस्फोटों को आतंकवादी हमला करार देना जल्दबाजी होगी.
बुधवार रात को चार कम तीव्रता वाले विस्फोटों की जांच विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने शुरू कर दी है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी, महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ता, पुणे पुलिस और फोरेंसिक विशेषज्ञों इनकी जांच में जुट गए हैं.
पुणे पुलिस धमाकों में घायल हुए शख्स दयानंद पाटील की पत्नी से पूछताछ कर रही है और डेक्कन पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. शहर के पुलिस आयुक्त गुलाबराव पोल ने दोहराया है कि विस्फोट मामूली किस्म के थे और घबराने की कोई बात नहीं है.
धमाके रक्षा बंधन की पूर्व संध्या पर किए गए। इसी महीने में ईद भी है. धमाकों के बाद शहर के विभिन्न हिस्सों में वाहनों की तलाशी का काम शुरू कर दिया गया. महत्वपूर्ण स्थलों पर कमांडो तैनात कर दिये गए हैं. इससे पहले 13 फरवरी 2010 को पुणे की जर्मन बेकरी में हुए विस्फोट में 17 लोग मारे गए थे और 64 घायल हो गए थे.