पंजाब की नवनिर्वाचित विधानसभा कामकाज के लिए जब अगले महीने बैठक करेगी तब वह एक विधानसभा से अधिक करोड़पतियों के क्लब जैसी दिखाई देगी.
गैर सरकारी संगठन 'पंजाब इलेक्शन वाच' के आंकड़ों के मुताबिक 117 सीटों वाली विधानसभा में करीब 101 करोड़पति विधायक चुनकर आए हैं.
संगठन ने रविवार को बताया कि पंजाब के राजनीतिज्ञों ने वर्ष 2012 के विधानसभा चुनावों में जो हलफनामे सौंपे हैं, उनसे पता चला है कि इस बार विधानसभा में 86 फीसदी करोड़पति विधायक चुनकर आए हैं. जबकि 2007 के विधानसभा चुनावों में 66 प्रतिशत केवल 77 करोड़पति विधायक चुने गए थे.
करोड़पति विधायकों में सर्वाधिक सम्पत्ति बरनाला सीट से कांग्रेस विधायक एवं उद्योगपति केवल सिंह ढिल्लन के पास है. ढिल्लन के पास 2007 के विधानसभा चुनावों के समय 6.83 करोड़ रुपये की सम्पत्ति थी जो बढ़कर 2012 में 78.51 करोड़ रुपये की हो गई है.
इस बार के चुनाव में सर्वाधिक करोड़पति विधायक सत्तारूढ़ अकाली दल से चुनकर आए हैं. करोड़पति विधायकों में अकाली दल के 47 विधायक और विपक्षी पार्टी कांग्रेस के 41 विधायक शामिल हैं. विधानसभा चुनाव में अकाली दल को 56 सीटें और कांग्रेस को 46 सीटें मिली हैं.
वहीं, अकाली दल की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 12 सीटों पर दर्ज की है. पार्टी के 12 में से 10 विधायक करोड़पति हैं. इनके अलावा तीन निर्दलीय विधायक भी करोड़पति हैं.
संगठन ने बताया कि कांग्रेस पार्टी के प्रत्येक विधायक के पास औसतन 13.97 करोड़ रुपये की सम्पत्ति है. इसके बाद अकाली दल के प्रत्येक विधायक के पास औसतन 7.93 करोड़ रुपये और भाजपा के प्रत्येक विधायक के पास औसतन 4.68 करोड़ रुपये की सम्पत्ति है.
विधानसभा पहुंचे विधायकों की औसत सम्पत्ति 9.92 करोड़ रुपये आंकी गई है. वर्ष 2007 की विधानसभा में औसत सम्पत्ति 5.73 करोड़ रुपये बैठी थी.