अपनी ही सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी द्वारा किए जा रहे ताबड़तोड़ हमलों से हैरान पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने नेतृत्व से अपील की है कि उन्हें विदेश मंत्री पद नहीं सौंपे जाने का कारण तो बताया जाए.
पीपीपी नेतृत्व द्वारा किए गए बर्ताव से ‘टूटने’ का दावा करते हुए कुरैशी ने जानना चाहा कि उनकी खता क्या है ? कुरैशी ने कहा, ‘मेरा दिल टूट गया है. मैंने पार्टी नेतृत्व से अपील की है कि मेहरबानी करके मुझे बताएं कि मुझे विदेश मंत्री का पद क्यों नहीं दिया गया. मैंने उनसे पूछा कि मेरी गलती क्या है. मैं जानना चाहता हूं. मैं छंटनी प्रक्रिया से ऊपर नहीं हूं लेकिन मैंने गलती क्या की है?'
पूर्व विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि वह सूचना मंत्री फिरदौस आशिक एवान द्वारा की गयी आलोचना से ‘पूरी तरह टूट गए हैं’ जिन्होंने कैबिनेट में उनके शामिल नहीं होने को एक अदालत द्वारा पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ जारी किए गए गिरफ्तारी वारंट से जोड़ा है. मुशर्रफ के खिलाफ यह वारंट पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के सिलसिले में जारी किया गया है. {mospagebreak}
एवान ने कहा था कि कुरैशी मुशर्रफ को ‘बचाना’ चाहते थे और वह पूर्व सैन्य शासक के ‘निजी मित्र’ हैं. कुरैशी ने दी न्यूज को बताया, ‘मैं इस पर विश्वास नहीं करता. यह बेहद दुखदायी है कि ऐसी बात एक ऐसी व्यक्ति ने कही है जो हाल तक पीएमएल क्यू के साथ था. रिकार्ड खुद सच्चाई बयां कर रहा है.’
दो पाकिस्तानी लोगों की हत्या के मामले में गिरफ्तार अमेरिकी अधिकारी को राजनयिक छूट नहीं होने संबंधी उनके बयान ने भी पीपीपी के शीर्ष नेतृत्व को नाराज कर दिया था. पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि उन्हें अपनी कानून विशेषज्ञ टीम और विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से जो सलाह मिली थी, वह यह थी कि अमेरिकी अधिकारी रेमंड डेविस कानून के तहत असीमित छूट के अधिकारी नहीं हैं.
उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा, ‘जब सरकारी रिकार्ड डेविस की पुष्टि नहीं करता तो मैं कैसे कह सकता हूं कि उन्हें छूट थी. उन्हें कैसे अमेरिका को सौंपा जा सकता है.’
कुरैशी ने इन मीडिया रिपोर्टों को भी खारिज किया जिनमें कहा गया था कि उन्होंने डेविस की रिहाई की मांग करने को लेकर राष्ट्रपति और अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के बीच हुई बैठक में भाग नहीं लिया था. उन्होंने कहा, ‘यह सही नहीं है. मैं वहां था और मैंने उन्हें बताया था कि वे मसले को सही तरीके से नहीं निपटा रहे हैं. यह सब रिकार्ड में दर्ज है.’