राष्ट्रीय जनता दल ने शहरी विकास के मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुलना आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से करते हुए दावा किया कि अगले विधानसभा चुनाव में नीतीश का वही हश्र होगा जो नायडू का हुआ था.
बिहार विधान परिषद में पेश वित्तीय वर्ष 2012-13 के राज्य बजट पर जारी चर्चा में भाग लेते हुए राजद सदस्य रामचंद्र प्रसाद ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पूरे प्रदेश के विकास की कीमत पर शहरी विकास को अधिक महत्व देने का आरोप लगाते हुए उनकी तुलना आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से की और कहा कि अगले बिहार विधानसभा चुनाव में उनका वही हश्र होगा जो नायडू का हुआ था.
वित्तीय वर्ष 2012-13 के बिहार के बजट में गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए प्रावधानित 2500 करोड रूपये की राशि का उल्लेख करते हुए प्रसाद ने कहा कि पटना शहरी इलाके के विकास के लिए नीतीश की सरकार उसी प्रकार से राशि झोंक रही है जिस प्रकार से कभी नायडू ने हैदराबाद के विकास के लिए किया था.
नीतीश सरकार द्वारा सदन में पेश आर्थिक सर्वेक्षण की चर्चा करते हुए प्रसाद ने कहा कि प्रदेश के वर्तमान राजग सरकार के अधिकांश विभागों द्वारा पूरी राशि का अबतक उपयोग नहीं किया गया है.
बजट पर हुई इस बहस में माकपा के वासुदेव सिंह, राजग सदस्य बैद्यनाथ प्रसाद, रूदल राय और सतीश कुमार ने भाग लिया.