बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आगामी नवंबर माह में शुरू होने वाली ‘सेवा यात्रा’ के खिलाफ राजद राज्य में ‘पोल-खोल यात्रा’ निकालेगा.
राजद महासचिव रामकृपाल यादव ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार की प्रस्तावित ‘सेवा यात्रा’ एक ढोंग है, यह ‘मेवा यात्रा’ है. राजद इसके खिलाफ राज्य में ‘पोल-खोल यात्रा’ निकालेगा. मुख्यमंत्री की यात्रा शुरू होने के बाद राजद की यात्रा शुरू होगी.’’
उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार, महंगाई, कालाबाजारी और अपराध जैसी समस्याओं से लोगों को दो चार होना पड़ रहा है. इन महत्वपूर्ण विषयों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए मुख्यमंत्री ने ‘सेवा यात्रा’ का नाटक करने का निर्णय किया है.
गौरतलब है कि नवंबर के प्रथम सप्ताह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘सेवा यात्रा’ की घोषणा की गयी है.
इस यात्रा के माध्यम से नीतीश कुमार जनता की प्रतिक्रिया लेंगे. सत्तारूढ जदयू पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की प्रस्तावित रथ यात्रा को हरी झंडी देने का आरोप लगाते हुए यादव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने जिस व्यक्ति को राम मंदिर रथ यात्रा से राज्य में रोका था, उसे यहां एक और कार्यक्रम शुरू करने की अनुमति दी जा रही है.
यादव ने आरोप लगाया कि आडवाणी जयप्रकाश नारायण की पवित्र भूमि से भ्रष्टाचार के खिलाफ रथयात्रा कार्यक्रम शुरू कर बिहार को अपनी प्रयोगशाला बनाना चाह रहे हैं.
राजद सांसद ने कहा, ‘‘गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को सांप्रदायिक कहकर नीतीश अपना पिंड छुड़ाना चाहते हैं, लेकिन उसी पार्टी के आडवाणी को ‘रथयात्रा’ निकालने की अनुमति दी जा रही है. सत्ता की भूख के लिए यह समझौता किया जा रहा है.’’ यादव ने कहा कि नीतीश कुमार सत्ता के लिए दोहरा चरित्र दिखा रहे हैं.